Sindhi Teej 2024 Date: सिंधी तीजड़ी पर्व कब है 2024 में, जानिए कैसे मनाया जाता है ये त्योहार
Sindhi Teej 2024 Date: सिंधी समुदाय का तीजड़ी पर्व भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। अमूमन ये त्योहार रक्षाबंधन के तीसरे दिन पड़ता है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। चलिए जानते हैं इस साल सिंधी तीज या तीजड़ी पर्व कब है।

Sindhi Teej 2024 Date
Sindhi Teej 2024 Date, Teejri 2024 Date: सिंधी समाज की महिलाएं कजरी तीज (Kajri Teej) के दिन तीजड़ी पर्व मनाती हैं। इस दिन महिलाएं परिवार की सुख-समृद्धि और पति की लंबी आयु के लिए उपवास रखती हैं। इस दिन तीजड़ी माता की पूजा की जाती है। इस व्रत से एक दिन पहले महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी रचाती हैं और फिर व्रत के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर कुछ खा लेती हैं। जिससे पूरे दिन निर्जला उपवास अच्छे से हो सके। सूरज डूबने के बाद महिलाएं तीजड़ी माता की कथा सुनती हैं। चलिए जानते हैं इस साल सिंधी तीज कब है।
सिंधी तीज कब है 2024 (Sindhi Teej 2024 Date)
इस साल सिंधी तीज 22 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि रहेगी। वहीं कई जगह इस दिन कजरी तीज का त्योहार मनाया जाएगा।
सिंधी तीज कैसे मनाते हैं (Sindhi Teej Kaise Manate Hai)
तीजड़ी एक सिंधी त्योहार है जिसमें कुंवारी लड़कियां और शादीशुदा महिलाएं पति की लंबी उम्र और परिवार की समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत से एक दिन पहले महिलाएं हाथों में मेहंदी लगाती हैं। फिर तिजड़ी के दिन सूर्योदय से पहले उठ जाती हैं और मुसाग जड़ी बूटी से दांत साफ करती हैं। इसके बाद मिठाई, फल और रबड़ी आदि का सेवन करती हैं। इसके बाद अपना निर्जला उपवास शुरू करती हैं। इस दिन तीजड़ी माता की पूजा की जाती है और व्रत से कुछ दिन पहले उगाए हए पौधे को जल दिया जाता है। इसके बाद महिलाएं तीजड़ी पौधे को हाथ से हिलाती हैं। शाम में सूरज डूबने के बाद तीजड़ी माता की कथा सुनी जाती है। फिर चांद के निकलने का इंतजार किया जाता है। चंद्रमा का अर्घ्य देने के लिए एक थाली तैयार की जाती है जिसमें साबूत चावल, कच्चा दूध, चीनी और खीरा रखा जाता है। साथ में अगरबत्ती और जल से भरा कलश रखा जाता है। फिर चांद को जल चढ़ाकर थाली में लाया गया भोग अर्पित किया जाता है और साथ में अगरबत्ती दिखाई जाती है। इसके बाद महिलाएं सिंपल खाना खाकर अपना उपवास तोड़ती हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें

Vat Amavasya Vrat Katha: बड़ अमावस्या पर बरगद के पेड़ की क्यों होती है पूजा, यहां जानिए बड़मावस की कथा

Vat Savitri Puja Aarti: वट सावित्री पूजा के अंत में जरूर गाएं ये आरती, अखंड सौभाग्य का मिलेगा वरदान

Somvati Amavasya Kab Hai 2025: आज सोमवती अमावस्या है क्या? जान लें इस अमावस्या की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Vat Savitri Vrat Katha: व्रत सावित्री व्रत की पौराणिक कथा, जिसे पढ़ने से अखंड सौभाग्य का मिलेगा वरदान

Shani Jayanti Kab Hai 2025: शनि जयंती कब है 26 या 27 मई, नोट कर लें इसकी सही तारीख, मुहूर्त और पूजा विधि
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited