सपने में सांप देखने के होते हैं अलग अलग अर्थ। फोटो फेसबुक के सौजन्य से
तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
- सपने में सांप देखा है तो रहें सावधान
- स्वप्न शास्त्र के अनुसार होता है स्वप्न लोक
- सपने करते हैं भविष्य के लिए हमें सावधान
Dream Interpretation: स्वप्न, बंद आंखाें से नींद में देखी जाने वाली दुनिया। शायद इस पंक्ति में ये कहना सही होगा लेकिन स्वप्न को सनातन धर्म में महज एक दृश्य नहीं बताया गया। विज्ञान के अनुसार स्वप्न महज अचेतन मन की प्रक्रिया होती है जबकि सनातन धर्म विज्ञान के अनुसार स्वप्न वो दृश्य होते हैं जिन्हें हम जागृत अवस्था में नहीं कर पाते। या कहें तो अतृप्त इच्छाओं का संसार भी है स्वप्न और भविष्य का दर्पण भी है स्वप्न। स्वप्न शास्त्र के अनुसार स्वप्न में देखे गए दृश्य बहुत बार व्यक्ति को आने वाले कल से अवगत करा देते हैं। हां ये अवगत कराने का तरीका कुछ अलग होता है। वहीं बहुत बार वो स्थान या व्यक्ति जिनसे हम मिलना चाहते हैं या जाना चाहते हैं लेकिन जाग्रत अवस्था में संभव नहीं हो पाता तो हमारा अचेतन मन स्वप्न अवस्था में वहां पहुंच जाता है। बहुत बार आने वाले खतरे से हम स्वप्न अवस्था के देखे गए दृश्यों का आंकलन करके सावधन रह सकते हैं।
क्या कहता है स्वप्न विज्ञान
स्वप्न शास्त्र कहता है कि स्वप्नावस्था मनुष्य की आत्मा की यात्रा होती है। जब व्यक्ति सो रहा होता है तो उसकी आत्मा स्वप्न लोक में जाकर उस व्यक्ति अतृप्त इच्छाओं को पूर्ण कर लेती है। अथवा आत्मा उस लोक में भविष्य की यात्रा तक कर लेती है। स्वप्न में खतरनाक जानवर का देखना, मृत्यु का देखना, दुर्घटना का देखना, रोते हुए, हंसते हुए, डरते हुए आदि अन्य दृश्यों का देखना किसी न किसी तरह का संदेश देता ही है। यदि आम भाषा में कहें तो स्वप्न देखना जैसे टाइम ट्रेवल करने जैसा है। जो लोग जितने आध्यात्मिक होते हैं वो इस यात्रा को गहनता से समझ लेते हैं। बहुत से लोग आने वाले की कल अनहोनी को भी देख लेते हैं और सावधानी बरत कर स्वयं को और समाज को बचा भी लेते हैं।
कैसा होता है सांप को स्वप्न में देखना
स्वप्न में सांप देखने के दो अर्थ होते हैं। यदि किसी तरह का जहरीला प्राणी यदि हम स्वप्न में देखते हैं तो सावधान रहने की आवश्यकता होती है। इसका अर्थ भविष्य में मिलने वाले धाेखे से भी होता है। वहीं यदि स्वप्न में सांप को स्वयं के शरीर में प्रवेश करते हुए देखें या शरीर पर लिपटे हुए देखें तो समझ जाएं कि आध्यात्मिक रूप से आपकी उन्नति हो रही है। क्योंकि मानव की कुंडलिनी का आकार शास्त्रों में सर्प की तरह की बताया गया है। वहीं ज्याेतिष शास्त्र में स्वप्न में सर्प का अर्थ है कि जीवन में राहु प्रवेश करने वाला है। राहु अपने साथ समृद्धि लेकर आता है। अब ये व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है कि वो किस अर्थ को आत्मसात करता है। यदि आप आध्यात्मिक उन्नति के प्रयास में लगे हैं तो स्वप्न में सर्प देखने के बाद कुंडलिनी शक्ति का हाथ जाेड़कर अभिनंदन करें।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।