Solar Eclipse 2023: सूर्य ग्रहण के दौरान इन पांच जगहों पर रख दें तुलसी पत्ता, नहीं पड़ेगा बुरा प्रभाव
Solar Eclipse 2023 in India Tulsi Tree Remedies: आज यानी 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण है। ग्रहण के दौरान तुलसी पत्ता का महत्व और बढ़ जाता है। ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए तुलसी पत्ता का इस्तेमाल किया जाता है।
Solar Eclipse 2023 in India Surya Grahan Tulsi Tree Remedies: आज यानी 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण है। ये ग्रहण वैशाख अमावस्या (Vaishakh Amavasya) पर मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगेगा। ग्रहण के दौरान दो अशुभ योग भी बन रहे हैं जो इस ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव में वृद्धि करने का काम करेंगे। संकर सूर्य ग्रहण के समय मन ही मन 'ॐ घृणि: सूर्यादित्योम' मंत्र का जाप करते रहें जिससे ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचा जा सकेगा। इसके साथ ही सूर्य ग्रहण के दौरान आप तुलसी के पत्ते के कुछ उपाय कर सकते हैं।
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) के दौरान तुलसी पत्ता का महत्व और बढ़ जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, तुलसी की उत्पत्ति समुंद्र मंथन के समय हुई थी। कहा जाता है कि समुंद्र मंथन के समय धरती पर जो अमृत छलका था उससे तुलसी की उत्पत्ति हुई। ऐसा कहा जाता है कि जिन चीजों पर तुलसी का पत्ता होता है उसमें ग्रहण के दौरान आई सभी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
तुलसी पत्ता से दूर होती है नकारात्मक ऊर्जा
धार्मिक मान्यता के अनुसार ग्रहण के दौरान धरती पर नेगेटिव उर्जा का प्रभाव भी बढ़ जाता है। ऐसे में तुलसी पत्ता का प्रयोग नेगेटिव ऊर्जा को खत्म करने के लिए किया जाता है। सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है, जोकि ग्रहण समाप्त होने के बाद स्वत: खत्म हो जाता है। कहा जाता है कि ग्रहण के समय वातावरण में कई तरह के कीटाणु तेजी से फैलते हैं जोकि खाने-पीने की चीजों को दूषित करते हैं। वहीं वैज्ञानिकों के अनुसार, ग्रहण के समय पैराबैंगनी किरणें निकलती है जो सेहत के लिए हानिकारक होती है। तुलसी पत्ता का प्रयोग खाने-पीने की चीजों पर रखने से हानिकारक किरणों का प्रभाव निष्क्रिय हो जाता है।
Surya Grahan 2023 Tulsi ke upay
खाने की चीजों पर
ग्रहण के दौरान ना ही खाना खाया जाता है और ना पकाया जाता है। लेकिन किचन में दूध, दही या खाने पीने की कई चीजें होती हैं। इनमें आप पहले से ही तुलसी पत्ता डालकर रख दें। ग्रहण खत्म होने के बाद आप फिर से इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
पानी में
पानी की टंकी और पीने के पानी में तुलसी पत्ता डाल दें। क्योंकि ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान जरूर करना चाहिए। यदि पहले से ही पानी में तुलसी का पत्ता होगा तो उसकी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी।
मंदिर में
धार्मिक मान्यता है कि ग्रहण के दौरान भगवान को भी नहीं छूना चाहिए और पूजा-पाठ पर भी मनाही होती है। ग्रहण लगने से पहले घर के मंदिर में तुलसी का पत्ता रख दें और मंदिर का कपाट बंद कर दें या पर्दा लगा दें। ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिर का शुद्धिकरण जरूर करें।
Solar Eclipse 2023 in India Tulsi Plant Upay
तिजोरी में
सूतक काल से पहले तिजोरी में भी तुलसी का पत्ता रखें। या फिर आप जिस स्थान पर पैसे और जेवरात रखते हों वहां भी तुलसी पत्ता रखें। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर पर रखी धन संबंधी चीजों पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
गर्भवती महिला के लिए
ग्रहण का दुष्प्रभाव सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है। इसलिए इस दौरान इन्हें ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। ग्रहण के समय गर्भवति महिला को शरीर पर चंदन और तुलसी का लेप लगाना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर नकारात्मक ऊर्जा का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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कुलदीप सिंह राघव 2017 से Timesnowhindi.com ऑनलाइन से जुड़े हैं।पॉटरी नगरी के नाम से मशहूर यूपी के बु...और देखें
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