University of Tantra: उड़न तश्तरी की तरह लगता है ये चौसठ योगिनी मंदिर, कुछ लोग कहते हैं ससंद भवन है इसकी कॉपी
University of Tantra: अद्भुत वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है मप्र के मुरैना में स्थापित चौसठ योगिनी मंदिर। गोलाकर निर्माण के कारण संसद भवन को इसकी कॉपी कहा जाता है। 100 फुट उंचे पहाड़ पर बने मंदिर को कुछ लोग कहते हैं उड़न तश्तरी जैसा भी। 200 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचते हैं मंदिर तक।
मप्र के मुरैना में स्थापित चौसठ योगिनी मंदिर।
- मध्य प्रदेश के मुरैना में है चौसठ याेगिनी मंदिर
- 100 फुट उंचे पर्वत पर गोलाकार में बना है मंदिर
- मंदिर के सभी 64 कमरों में स्थापित हैं शिवलिंग
मंदिर की विशेषता
मुरैना में बना 64 योगिनी मंदिर एक सौ फुट उंची पहाड़ी पर बना है। दूर से या फिर ड्रोन के माध्यम से देखें तो मंदिर लगता है कि दिल्ली के संसद भवन के डिजाइन को यहीं से कॉपी किया गया है। उसी तरह गोलाकार में बना मंदिर स्तंभों पर टिका हुआ है। इस मंदिर के हर कक्ष में स्थापित शिवलिंग के कारण ही एकट्टसो महादेव मंदिर भी कहा जाता है। देश में चुनिंदा मंदिर ही इस आकार में बने हैं। मंदिर के आंतरिक भाग में 64 छोटे कक्ष हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 200 सीढ़ियों पर चढ़ना होता है। दूसरे शब्दों में कहें तो इस मंदिर की तुलना कुछ लोग उड़न तश्तरी से भी करते रहे हैं। इस मंदिर काे 700 वर्ष से अधिक प्राचीन बताया जाता है। मंदिर का निर्माण कच्छप राजा देवपाल ने विक्रम संवत 1383 में कराया था।
मंदिर में बना है प्राचीन रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
सदियों पूर्व बनाए गए इस मंदिर में आधुनिक काल की सबसे प्रमुख आवश्यकता रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी बना है। मुख्य केंद्रीय मंदिर में स्लैब के आवरण हैं जो एक बड़े अंडर ग्राउंड भांडरण के लिए बारिश के पानी को संचित करने में उपयोग होता है। इसमें छिद्र भी बने हुए हैं। छत से पाइप लाइन बारिश के पानी को स्टोरेज तक ले जाती है।
नासिक में Trimbakeshwar Mandir के कपाट इस दिन तक रहेंगे बंद, जाने से पहले पढ़ लें ये खबर
भूकंप के झटके भी नहीं हिला सके मंदिर
योगिनी शक्ति क्योंकि माता काली के पसीने की बूंद से उत्पन्न हुयी थीं। इसलिए ये उन्हीं की तरह बलशाली होती हैं। शायद इसीलिए ये मंदिर भूंकपीय क्षेत्र में आने के बाद भी आज तक बिना किसी नुकसान के यहां खड़ा है। सदियों से यहां भूकंप के तमाम झटके आए हैं लेकिन इस मंदिर को किसी भी तरह का नुकसार नहीं पहुंचा।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें
मेष वार्षिक राशिफल 2025 (Aries Yearly Horoscope): जानिए, मेष राशि वालों की आर्थिक, स्वास्थ्य, पारिवारिक और लव लाइफ के लिए कैसा रहेगा नया साल
Mokshada Ekadashi 2024 Parana Time: मोक्षदा एकादशी का पारण कितने से कितने बजे तक किया जा सकता है
वृषभ वार्षिक राशिफल 2025 (Taurus Yearly Horoscope): जानिए, वृषभ राशि वालों की आर्थिक, स्वास्थ्य, पारिवारिक और लव लाइफ के लिए कैसा रहेगा नया साल
Aaj Ka Panchang 12 December 2024: पंचांग से जानिए मोक्षदा एकादशी के पारण का समय, कब से कब तक रहेगा राहुकाल
Annapurna Jayanti Kab Hai 2024: इस दिन मनाई जाएगी अन्नपूर्णा जयंती, यहां जानिए सही तिथि, महत्व
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited