Totkay for Child: संतान प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप जरूर करें
Totkay for Child: निसंतान शब्द अपने आप में पति पत्नी के लिए बन जाता है अभिशाप। विवाह के वर्षाें बाद भी यदि नहीं हो रही है संतान तो कुछ विशेष उपाय करने से जल्दी मिल सकती है खुशखबरी। निम्न उपाय श्रद्धापूर्वक करने से पति− पत्नी को मिलता है संतान का सुख शीघ्र ही।
संतान प्राप्ति उपाय
- संतान गोपाल यंत्र की स्थापना करें
- गुरुवार का व्रत रखें, केले के पेड़ की सेवा करें
- कम आयु की अन्या को गाय का दूध पिलाएं
Totkay for Child: संसार में शायद ही कोई दंपत्ति हो जिसे संतान की चाहत न हो। प्रत्येक पति−पत्नी यह चाहते हैं कि उनके संतान हों, उन्हें भी कोई मम्मी पापा कहने वाला हाे। और जहां संतान नहीं होती अक्सर वहां रिश्ते की डोर कमजोर पड़ने लगती है। यदि आप या आपका परिचित इस परेशानी से गुजर रहा है तो यहां हम आपको बताते हैं कुछ टोटके जो स्त्री की गोद को भरने में आ सकते हैं बहुत काम।
इन टोटकों में एक विशेष मंत्र भी शामिल है, जो संतान प्राप्ति के लिए अचूक उपाय बताया जाता है। यदि इस मंत्र को सिद्ध कर लिया जाए तो घर आंगन में किलकारी गूंजने में अधिक समय नहीं लगेगा।
संतान प्राप्ति के उपाय
- यदि विवाह के काफी समय बाद भी स्त्री को संतान न हो रही हो तो किसी शुभ समय में अभिमंत्रित संतान गोपाल यंत्र को अपने घर में स्थान दें और लगातार 16 गुरुवार व्रत रखकर पीपल व केले के वृक्ष की सेवा करें। फिर मासिक धर्म से ठीक तेरहवीं रात्रि में पति के साथ संग करें। संतान सुख अवश्य मिलेगा।
- यदि संतान की कुंडली में अल्पायु योग हो तो पिता देवगुरु की सेवा करें और गुरुवार का व्रत भी रखें। यह व्रत संतान की रक्षा के लिए किया जाता है।
- विवाह के पश्चात लगातार 43 दिनों तक नौ वर्ष से कम आयु की कन्या को गाय का दूध पिलाने से शीघ्र ही सुंदर संतान होने का योग बनता है।
- शुक्ल पक्ष में सहवास करने से संतान प्राप्ति का योग बन जाता है। सहवास का समय रात्रि 11 व 4 बजे के मध्य होना चाहिए। श्रवण, हस्त, अनुराधा, स्वाति, शतभिषा, घनिष्ठा, तीनों उत्तरा, मूल व रोहिणी नक्षत्र में विशेष रूप से सहवास करने से दीर्घायु संतान होती है।
- यदि रेवती नक्षत्र में पीपल का बांदा लाकर स्त्री की कमर में बांधा जाए तो संतान की उत्पत्ति होती है।
- प्रातः एक नींबू का रस निकालकर, उसमें नमक मिलाकर श्रीकृष्ण के चित्र या मूर्ति के आगे रखें तथा रात्रि में पत्नी के संग सेवन करें तो संतान की प्राप्ति होती है। इस प्रयोग को केवल एक ही बार करें।
- किसी भी शुक्ल पक्ष में अभिमंत्रित संतानगोपाल यंत्र के समक्ष इस मंत्र का जप करने से संतान अवश्य होती है। मंत्र- ऊँ कृष्णाय विद्महे दामोदराय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।
- विवाह के बाद वर्षाें होने पर भी यदि संतान न हो तो संतान गोपाल स्त्रोत का पाठ करने से संतान प्राप्ति का योग बनता है।
- जन्मकुंडली में यदि पंचम भाव में राहु स्थित हो तो सर्पदोष होता है। इस दोष के प्रभाव से संतान प्राप्ति में बाधा आती है। यदि समय रहते इस दोष का निवारण कर लिया जाए तो संतान योग बन जाता है।
- भिखारियों को गुड़ दान करने से संतान सुख प्राप्त होता है।
उपरोक्त कुछ टोटके यदि निंसतान दंपति आस्था के साथ पूर्ण करते हैं तो उनकी सूनी गोद जल्द भर जाती है। इसके अलावा अपने निवास पर संतान गणपति की प्रतिमा लगाएं और पति पत्नी दोनों गणपति के 108 नामों का प्रतिदिन उच्चारण करें। संतान सुख जरूर मिलेगा।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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