रहती है पति−पत्नी में अनबन तो करें इस पेड़ के पत्तों का प्रयोग, हर कलेश को दूर करने में मददगार

Totkay for Couple: अशाेक के पेड़ के फूल, पत्ते और छाल तक का होता है महत्व। शुभ अवसरों पर अशाेक के पत्तों की वंदनवार होती है शुभ। सात पत्तों की प्रतिदिन पूजा-पाठ से घर या परिवार से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में है अत्यधिक सहायक। चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में यहां।

मुख्य बातें
  • अशोक के सात पत्तों की करें पूजा
  • अशोक के बीज को ताबीज के रूप में पहनें
  • वंदनवार बनाकर लगाएं मंगल प्रवेश के लिए

Totkay for Couple: अशाेक का पेड़ सदाबहार तो है ही साथ ही प्रदूषण और क्लेश को दूर भी करता है। इसके लंबे और सीधे पत्तों की वंदनवार बनाकर मांगलिक अवसरों पर दुकानों और घर के दरवाजे पर लगाया जाता है। लंका में सीता जी को अशाेक वृक्ष के नीचे ही रखा गया था। इस वृक्ष को शाेकनाशक इसलिए कहा गया है कि क्योंकि इसने सीताजी के शाेक का नाश किया था। इसकी छाल बाहर से खुरदुरी और अंदर से रक्त वर्ण की होती है। इस वृक्ष को लगाने का बहुत महत्व है। इसके फूल नारंगी और सफेद दो प्रकार के होते हैं। इसे धन− संपत्ति की वृद्धि करने वाली वनस्पति कहा जाता है। स्त्री रोगों को दवाएं अधिकतर इसके योग से ही बनती है। यदि घर में पति− पत्नी के मध्य विवाद रहता है तो अशोक वृक्ष के कुछ उपाय चमत्कारी लाभ देते हैं।

अशाेक वृक्ष और पत्तों का प्रयोग

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