Vat Savitri Aarti: वट सावित्री व्रत आरती इन हिंदी, अश्वपती पुसता झाला नारद सागंताती तयाला

Vat Savitri Vrat Aarti In Hindi: वट सावित्री व्रत पूजा के दौरान वट सावित्री व्रत कथा (Vat Savitri Vrat Katha) जरूर पढ़ें। इसके बाद सावित्री माता की आरती (Savitri Mata Ki Aarti) करना बिल्कुल भी न भूलें। यहां देखें वट सावित्री की आरती।

Vat Savitri Vrat Aarti: वट सावित्री व्रत आरती

Vat Savitri Vrat Aarti In Hindi: अखंड सौभाग्य देने वाला व्रत वट सावित्री 19 मई, शुक्रवार के दिन रखा जा रहा है। इस व्रत में वट वृक्ष, सावित्री माता और सत्यवान की पूजा की जाती है। इस दिन महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और वच वृक्ष पर कच्चा सूतक बांधती हैं। वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ अमावस्या यानि बड़ा अमावस्या (Bad Amavasya 2023) के दिन रखा जाता है। इस व्रत में महिलाएं वट सावित्री व्रत कथा सुनने के बाद सावित्री माता की आरती (Savitri Mata Ki Aarti) करती हैं। यहां जानिए वट सावित्री व्रत की आरती हिंदी में।
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Vat Savitri Vrat Aarti In Hindi (सावित्री माता की आरती)

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