Women’s Day: रेलवे की नौकरी छोड़ इस कोच ने बच्चों का करियर बनाने का लिया संकल्प, कई बच्चे खेल चुके हैं इंटरनेशल

Basketball Coach Kalva Radha Rao: नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चों का करियर संवारने के लिए बास्केटबॉल कोच राधा राव ने रेलवे की नौकरी छोड़ने का फैसला किया। 10 साल पहले शुरू हुआ कारवां अभी भी जारी है। हर साल सेलेक्शन ट्रायल के माध्यम से प्रतिभावान बच्चों का चयन करती हैं और उन बच्चों को नेशनल और इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए तैयार करती हैं।

कोच राधा राव खिलाड़ियों के साथ।

Basketball Coach Kalva Radha Rao: कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो हर कठिन राह आसान लगने लगता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है छत्तीसगढ़ की बास्केटबॉल कोच कालवा राधा राव ने। खेल के दम पर नाम कमाया फिर उसी के दम पर नौकरी हासिल की। इसके बाद उन्होंने जरूरतमंद बच्चों के करियर को संवारने का जिम्मा उठाया। इसके लिए उन्होंने नौकरी तक छोड़ दीं। अब तक उनके सिखाए बच्चे देश-विदेश के टूर्नामेंट में परचम लहरा चुकी हैं। आइए जानते हैं विश्व महिला दिवस पर एक महिला कोच की उपलब्धियों के बारे में...

फ्री में देती हैं आदिवासी बच्चों को ट्रेनिंग

बास्केटबॉल कोच राधा राव करीब दस सालों से आदिवासी बच्चों को फ्री में ट्रेनिंग दे रही हैं। इसमें वह नक्सल प्रभावित एरिया के बच्चों को प्राथमिकता देती हैं। उनके सिखाए बच्चें नेशनल के अलावा इंटरनेशनल टूर्नामेंट में मेडल जीत चुके हैं। इसमें से दो खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल में, जबकि 25 से अधिक खिलाड़ियों ने नेशनल में मेडल जीते हैं।

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