BCCI ने जारी की टीम इंडिया के प्लेयर्स के लिए 10 सूत्रीय नीति, अनुशासन और एकजुटता के नाम पर कसी लगाम

BCCI's 10 Point Policy document: गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में 1-3 और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ होने के बाद बीसीसीआई ने अनुशासन और एकजुटता के नाम पर खिलाड़ियों की लगाम कसने की कोशिश की है। इस नीति के लागू होने के बाद टीम इंडिया के कोच की भूमिका सुपर बॉस जैसी हो गई है।

भारतीय क्रिकेट टीम

मुंबई: बीसीसीआई ने गुरुवार को टीम इंडिया में ‘अनुशासन और एकजुटता’ को बढ़ावा देने के लिए 10 सूत्रीय नीति जारी की है जिसमें घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य, दौरे पर परिवार और निजी स्टाफ की मौजूदगी पर पाबंदी और सीरीज के दौरान व्यक्तिगत विज्ञापन करने पर प्रतिबंध जैसे कई उपाय शामिल हैं। इस नीति का पालन नहीं करने पर खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाए जाने जैसे प्रावधान भी किए गए हैं जिसमें केंद्रीय अनुबंधों की रिटेनर फीस में कटौती और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग लेने पर रोक जैसे उपाय शामिल हैं। इस नीति के लागू होने के बाद टीम इंडिया में कोच की भूमिका सुपरबॉस जैसी हो गई है। वो नीति में मु्ख्य चयनकर्ता की सहमति से बदलाव भी कर सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया दौरे की समीक्षा के बाद आई नीति

ऑस्ट्रेलिया के दौरे में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद इन निर्देशों की घोषणा की गई है जिसके पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैच की घरेलू टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया का सूपड़ा साफ हो गया था। ऐसे में 11 जनवरी को मुंबई में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन की समीक्षा इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैच की टी20 सीरीज के लिए टीम के ऐलान के दिन की गई। समीक्षा बैठक में टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा शामिल हुए थे।

कई तरह की लगी पाबंदियां

बोर्ड ने विदेशी दौरों के दौरान खिलाड़ियों के साथ परिवारों के रहने के लिए अधिकतम दो सप्ताह की अवधि को मंजूरी दी है, इसके अलावा निजी स्टाफ और व्यावसायिक फोटो शूट पर प्रतिबंध लगाए हैं। बोर्ड की नीति में कहा गया है,'इसमें किसी भी अपवाद या विचलन को चयन समिति के अध्यक्ष और मुख्य कोच द्वारा पूर्व-अनुमोदित किया जाना चाहिए। इसका पालन नहीं करने पर बीसीसीआई द्वारा उचित समझी जाने वाली अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।'

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