इस खिलाड़ी के पिता को है बेटे की टीम इंडिया में वापसी की आस

वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किए गए चेतेश्वर पुजारा के पिता और कोच अरविंद पुजारा का मानना है कि उनका बेटा एक बार फिर भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने में सफल रहेगा। वो ऐसा ना कर पाए इसकी कोई वजह नहीं है।

Cheteshwar Pujara

चेतेश्वर पुजारा

तस्वीर साभार : भाषा
नई दिल्ली: वेस्टइंडीज दौरे पर खेली जाने वाले दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला की टीम से बाहर किये गये अनुभवी चेतेश्वर पुजारा के पिता और कोच अरविंद पुजारा को उम्मीद है कि उनका बेटा एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में वापसी करेगा। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप से बाहर किये जाने के बाद क्रिकेट जगत में कई लोगों का मानना है कि पुजारा ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी टेस्ट खेल लिया।

पुजारा ने शुरू की दलीप ट्रॉफी के लिए तैयारी

अरविंद ने कहा कि उनका बेटा राष्ट्रीय टीम में वापसी कर सकता है और उसने पहले ही दलीप ट्रॉफी के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा,'वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत है। मैं चयन के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन मैंने जो देखा है, वह अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी कर रहा है। वह वेस्टइंडीज टीम की घोषणा के बाद उसी दिन नेट पर कड़ी मेहनत कर रहा था। उसने दलीप ट्रॉफी की तैयारी शुरू कर दी है और काउंटी सर्किट पर खेलना जारी रखेगा। एक पिता और कोच के रूप में, मेरे लिए यह मानने का कोई कारण नहीं है कि वह वापसी क्यों नहीं कर सकता।'

अभ्यास का वीडियो किया है साझा
पुजारा (35 वर्ष) ने शनिवार को ट्विटर पर नौ सेकंड का वीडियो साझा किया है जिसमें वह बल्लेबाजी का अभ्यास करते हुए दिख रहे हैं। इस दिग्गज बल्लेबाज को टीम से बाहर किये जाने पर पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी निराशा जता चुके हैं। गावस्कर ने कहा कि पुजारा को ‘बलि का बकरा’ बनाया गया। उन्होंने पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर किये जाने पर कहा कि सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी के फॉलोअर्स की संख्या विराट कोहली या रोहित शर्मा जैसी नहीं है। उनके लिए आवाज उठाने वाले ज्यादा लोग नहीं है।

गावस्कर ने उठाए हैं टीम से बाहर करने पर सवाल

गावस्कर ने सवाल किया,'उन्हें हमारी बल्लेबाजी की विफलताओं के लिए बलि का बकरा क्यों बनाया गया है? वह भारतीय क्रिकेट के एक वफादार सेवक, एक शांत और सक्षम व्यक्ति रहे हैं। किसी भी मंच पर उनके लाखों फोलोवर नहीं हैं, जो उनके मामले में शोर मचाएंगे। उन्हें टीम से बाहर करना समझ से परे है। पुजारा को टीम से बाहर करना और विफल हुए अन्य खिलाड़ियों को टीम बनाये रखने का क्या मापदंड है? मैं इसके कारण के बारे में नहीं जानता क्योंकि आजकल चयन समिति के अध्यक्ष या ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ मीडिया की कोई बातचीत नहीं होती है जहां आप चयनकर्ताओं से सवाल कर सकें। डब्ल्यूटीसी फाइनल में अजिंक्य रहाणे को छोड़कर सभी बल्लेबाज विफल हुए थे तो टीम से बाहर सिर्फ पुजारा क्यों हुए।'
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (sports News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited