अपनी स्पीड को लेकर पहली बार बोले मयंक यादव, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस चीज का ध्यान रखना जरूरी

बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले में अपना डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज मयंक यादव ने पहली बार अपनी स्पीड को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने डेब्यू के बाद मैच में अपनी फीलिंग को लेकर भी बताया है।

मयंक यादव (साभार-Instahram)

बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के शुरुआती टी 20 अंतरराष्ट्रीय में यादगार पदार्पण करने वाले तेज गेंदबाज मयंक यादव ने कहा कि तेज गति ने उन्हें हमेशा प्रभावित किया है लेकिन वह इस बात को जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिटनेस संबंधी उतार-चढ़ाव के बीच सिर्फ निरंतरता से ही अपने करियर को आगे बढ़ा सकते हैं। इस साल आईपीएल की दस सबसे तेज गेंद (सभी 150 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक) फेंकने वाले इस 22 साल के गेंदबाज ने अपनी गति से बांग्लादेश के बल्लेबाजों को भी परेशान किया।
उनका पहला ओवर मेडन रहा। उन्होंने अपने चार ओवर के कोटे में 14 डॉट गेंद डाली और 21 रन देकर एक विकेट हासिल किया। मयंक ने अपने पदार्पण के बाद मैच के प्रसारक जियो सिनेमा से कहा, ‘‘ मैं उत्साहित था लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं थोड़ा नर्वस भी था क्योंकि मैं चोट से उबरने कर लगभग तीन-चार महीने बाद वापसी कर रहा था। मुझे प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले थे और फिर अचानक मुझे मौका मिला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण कर रहा था इसलिए थोड़ा घबराया हुआ था।’’ आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए खेलते हुए लगातार दो मैचों में ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे मयंक को पेट की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिहैबिलिटेशन के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में लंबा समय बिताना पड़ा।
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