Dhruv Jurel: क्रिकेट कोच फूलचंद ने कहा, देखते ही लग गया था लड़के में कुछ खास है

Dhruv Jurel Debut, IND vs ENG 3rd Test: भारत-इंग्लैंड तीसरे टेस्ट मैच में ध्रुव जुरेल ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया। वो राजकोट टेस्ट की पहली पारी में जब निचले क्रम में बल्लेबाजी करने उतरे तो 46 रन बनाकर अपनी काबीलियत भी साबित कर दी। ध्रुव के बचपन के कोच फूलचंद ने कहा है कि जब 14 साल की उम्र में ध्रुव को पहली बार देखा था, तभी लगा था कि उनमें कुछ खास है।

ध्रुव जुरेल (AP)

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए राजकोट टेस्ट में डेब्यू करने वाले ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) के कोच फूल चंद ने कहा कि जब यह खिलाड़ी 14 साल की उम्र में उनकी अकादमी में क्रिकेट सीखने के लिए अकेले पहुंच गया था तो उन्हें महसूस हुआ था कि यह लड़का कुछ खास है। और जब इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के शुरूआती दिन ध्रुव को टेस्ट कैप प्रदान की गयी तो वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर सके। ध्रुव ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में डेब्यू किया और अपनी पहली टेस्ट पारी में शानदार 46 रन भी बनाए।

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ध्रुव के पिता नेम चंद कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं और जब उनके पिता का निधन हुआ था तो 14 साल के ध्रुव अपने पिता के बिना ही आगरा का घर छोड़कर अकेले नोएडा में फूल चंद की मशहूर अकादमी पहुंच गये थे। वहीं फूल चंद इस बात से हैरान थे कि ध्रुव के साथ कोई नहीं था। कोच ने कहा, ‘‘मेरे पूछने से पहले ही लड़के (ध्रुव) ने कहा, सर मेरा नाम ध्रुव जुरेल है। कृपया मुझे अपनी अकादमी में ले लीजिये।’’

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कोच इस युवा के आत्मविश्वास से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने पीटीआई को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘उसके साथ कोई नहीं था। मुझे लगा कि कोई स्थानीय लड़का है लेकिन उसने कहा, सर मैं आगरा से अकेले आया हूं और जिस दोस्त ने अपने घर में मेरा इंतजाम करने का वादा किया था, वह मेरा फोन नहीं उठा रहा है। ’’

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