BCCI की 10 सूत्रीय नीति को हरभजन सिंह ने लिया आड़े हाथ, इसे बताया-ध्यान भटकाने वाला कदम

टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ स्पिनर हरभजन सिंह ने बीसीसीआई द्वारा जारी की गई 10 सूत्रीय नीति को आड़े हाथ लेते हुए इसे नई बोलत में पुरानी शराब जैसा करार दिया है। वहीं इरफान पठान ने इसे ध्यान भटकाने वाले बताया है।

हरभजन सिंह

नई दिल्ली: भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए बोर्ड की हाल ही में जारी 10 सूत्रीय नीति वास्तव में उनके खेलने के दिनों से ही लागू है और वह जानना चाहते थे कि इसमें कब और किसने बदलाव किया। हरभजन ने कहा कि ये दिशानिर्देश हाल में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम को मिली शर्मनाक हार से ध्यान भटकाने का कदम हो सकते हैं।

नई बोतल में है पुरानी शराब

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से हार के कुछ दिनों बाद बीसीसीआई ने टीम में ‘अनुशासन और एकजुटता’ को बढ़ावा देने के लिए 10-सूत्रीय फरमान जारी किया है जिसमें घरेलू क्रिकेट को अनिवार्य बनाने के अलावा दौरों पर परिवारों और निजी कर्मचारियों की उपस्थिति पर पांबदी लगाई गई है। इसमें श्रृंखला के दौरान व्यक्तिगत विज्ञापन करने से रोक भी शामिल है। हरभजन का मानना है कि ये सभी उपाय नयी बोतल में पुरानी शराब की तरह है।

पहले भी थे ऐसे नियम, किसने किए बदलाव?

हरभजन ने ‘पीटीआई’ को दिये साक्षात्कार में कहा,'मैं मीडिया में रिपोर्ट की गयी यात्रा नीति के बारे में पढ़ रहा था तो मुझे अपने खेल के दिनों से कुछ भी अलग नहीं मिला। आखिरी बार जब मैंने केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटर के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था तब भी इसी तरह के नियम थे।'

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