Aqib Ilyas:'मुझे लगा जिंदगी और क्रिकेट दोनों खत्म'कैंसर से लड़कर मैदान में लौटने वाले खिलाड़ी की कहानी
ओमान के कप्तान आकिब इलियास कैंसर को मात देकर टी20 विश्व कप में टीम की कमान संभालने जा रहे हैं। उनकी कहानी करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को प्रेरित करने वाली है।
आकिब इलियास(साभार T20 World Cup)
टी20 विश्व कप 2024 में 20 टीमें हिस्सा ले रही है। 11 टेस्ट प्लेइंग टीमों के अलावा 9 टीमें ऐसी हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत के बाद विश्व कप में खेलने का सपना पूरा किया है। इन टीमों में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिनके लिए क्रिकेट जुनून है और वो अपने शौक को पूरा करने यहां पहुंचे हैं। कुछ जिंदगी को मात देकर टी20 विश्व कप में खेलते नजर आएंगे। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं ओमान के कप्तान आकिब इलियास।आकिब इलियास कैंसर को मात देकर यहां तक पहुंचे हैं और उनकी कहानी करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को प्रेरित करने वाली है।
कैंसर को मात देकर मैदान पर लौटे हैं ओमान के कप्तान
31 साल के आकिब इलियास ओमान की क्रिकेट टीम की टी20 विश्व कप में कप्तान हैं। वो पहली बार ओमान की टीम की कमान संभालने जा रहे हैं। ओमान नामीबिया के साथ विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत 3 जून को बारबाडोस में करेगी।
लगा क्रिकेट और जिंदगी दोनों खत्म
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में आकिब ने कैंसर के साथ जिंदगी की जंग और क्रिकेट के मैदान में वापस लौटने की कहानी साझा की है। आकिब ने नामीबिया के खिलाफ मुकाबले से पहले इंटरव्यू में बताया, साल 2021 के टी20 विश्व कप से कुछ महीने पहले मेरे एक करीबी दोस्त का बीमारी की वजह से हो गया था। उसकी बांई एड़ी में एक ट्यूमर था और इसकी वजह से उसकी जान चली गई। जब डॉक्टरों ने मुझे कैंसर होने के बारे में बताया तो मेरे ऊपर गाज दिर पड़ी। मेरे पास आशा की कोई किरण नहीं बची थी। दोबारा चल पाने या क्रिकेट खेलने की तो कोई चांस ही नहीं था। ऐसे में मेरे मन में ख्याल आया कि मैं जिंदा बचूंगा या नहीं? क्रिकेट और जिंदगी दोनों खत्म!
दिलीप मेंडिस को मैसेज भेजकर दी खबर
अकीब ने बताया कि जैसे ही मुझे कैंसर होने के बारे में पता चला तो मुझे याद है कि मैंने ओमान के कोच दिलीप मेंडिस को कार में बैठे बैठे मैसेज भेजा, 'सर मेरा क्रिकेट करियर पूरा हो गया है। डॉक्टरों ने बताया है कि मेरी एंड़ी की सूजन कैंसर है।'इसके बाद मैंने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया।'
ओमान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन ने की मदद
अकीब का परिवार पाकिस्तान के सियालकोट में था जहां उनके पिता की तबीयत पहले ही ठीक नहीं थी। वो परेशान हुए और उन्होंने मेरे घर कॉल कर दिया। कुछ दिनों बाद मेरे पास ओमान क्रिकेट के चेयरमैन पंकज खिमजी का फोन आया। उन्होंने कहा कि मैं जहां अपना इलाज करान चाहता हूं कराऊं बोर्ड मेरी हर चीज का ख्याल रखेगा। वो चाहते थे कि मैं इलाज के लिए लंदन जाऊं। मैंने उनसे पूछा क्या इसकी जगह मैं पाकिस्तान वापस जा सकता हूं। मैं अपने परिवार के साथ रहना चाहता हूं। उसके बाद डॉक्टर लाहौर पहुंचे, वहां मैं उस डॉक्टर के अस्पताल में भर्ती हुआ और मेरी सर्जरी हुई।
जटिल थी कैंसर की सर्जरी
उन्होंने आगे कहा, सर्जरी थोड़ी जटिल थी। ट्यूमर के पास की हड्डी बढ़ गई थी। बाद में अच्छी बात पता चली की वह कैंसर नहीं(बिनाइन ट्यूमर) था। उसके बाद मुझे मैलिगेंट और बिनाइन ट्यूमर के बीच का अंतर पता चला। डॉक्टर ने मेरे परिवार को सुनिश्चित किया कि मेरे पूरी तरह ठीक होने की संभावना है और मैं दोबारा क्रिकेट खेल सकता हूं लेकिन इसकी कोई निश्चित समयसीमा नहीं है।
18 महीने बाद हुई मैदान में वापसी
अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा रहना आकिब के लिए बेहद मुश्किल था। उन्हें पूरी तरह ठीक होकर बगैर सहारे के चलने में 8 महीने और मैदान पर वापसी करने में 18 महीने लंबा वक्त लगा। उन्होंने कहा, मैं खुशनसीब हूं कि जिंदा बच सका। रिहैब की प्रक्रिया बेहद मुश्किल और थकानभरी थी। मुझे लगा कि मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं लेकिन कैंसर जैसी ऐसी चीज है जिसे ठीक होने में वक्त लगता है। मैं बेहद कमजोर हो गया था। मेरे वजन में कमी आई थी। ऐसे में मैंने खुद से कहा, मेरे पैर ठीक हैं और डॉक्टरों ने मुझसे कहा है कि मैं फिर से क्रिकेट खेल सकता हूं। ये बस कुछ हफ्तों की बात है लेकिन मुझे ठीक होने में 18 महीने लगे।
वापसी करते ही जड़े दो अर्धशतक
मैदान पर वापसी करने के बाद पहले प्रतिस्पर्धी मैच में आकिब ने आयरलैंड के खिलाफ वनडे वर्ल्ड कप क्वालीफायर में 52 रन बनाए। इसके दो दिन बाद यूएई के खिलाफ 53 रन की पारी खेली। आयरलैंड के खिलाफ वापसी करते हुए जड़ा अर्धशतक मेरे लिए स्पेशल था। तकरीबन डेढ़ साल बाद मैं क्रिकेट के मैदान पर लौटा और अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहा।
जिंदगी में जख्म छोड़ गया है कैंसर
आकिब ने अंत में आशा भरे अंदाज में कहा, कैंसर मेरे जीवन में एक जख्म छोड़ गया है। मैं अभी भी जब ज्यादा अभ्यास कर लेता हूं मुझे वहां दर्ज महसूस होता है। लेकिन ये दर्द उसके मुकाबले में कुछ नहीं है जब मुझे ये लगता था कि मेरा पैर कट जाएगा या मैं जिंदा नहीं बचूंगा। लेकिन अब मैं जिंदा हूं और अपने पैरों पर चल रहा हूं। क्रिकेट खेल रहा हूं और कल अपनी टीम की कप्तानी करूंगा।
टी20 विश्व कप से पहले बनाया गया कप्तान
आकिब को पिछले महीने टी20 विश्व कप 2024 के लिए टीम का ऐलान करते वक्त टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने जीसान मकसूद की जगह ली है। वो साल 2016 के टी20 विश्व कप से अबतक टीम की कप्तान संभाल रहे थे।
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नवीन चौहान टाइम्स नाउ हिंदी (Timesnowhindi.com) की स्पोर्ट्स टीम के सदस्य हैं। वो मूल रूप से मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर के रहने वाले हैं। इनके पास ...और देखें
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