लगातार चोटिल हो रहे गेंदबाजों पर फूटा रवि शास्त्री गुस्सा,कह डाली विवाद खड़ा करने वाली बात

टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने लगातार चोटिल हो रहे भारतीय तेज गेंदबाजों पर गुस्सा जाहिर किया है। शास्त्री ने किसी का नाम लिए बगैर बार-बार एनसीए जाने वाले खिलाड़ियों पर व्यंगात्मक अंदाज में चुटकी ली है।

Ravi-Shastri

टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री

तस्वीर साभार : भाषा
नई दिल्ली: भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने देश के कुछ प्रमुख गेंदबाजों की चोट के प्रबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे ‘रिहैबिलिटेशन’ कराते हुए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के स्थायी निवासी बन गए हैं। शास्त्री ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज दीपक चाहर की ओर था जो पिछले आठ महीने में कम से कम तीन बार चोटिल हो चुके हैं जबकि नितिन पटेल की अगुवाई वाली एनसीए की खेल विज्ञान और मेडिकल टीम ने उन्हें फिट करार दिया था।

कई खिलाड़ियों ने एनसीए को बनाया स्थाई ठिकाना
शास्त्री ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डिजिटल वीडियो में व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, 'ऐसे भी कह सकते हैं कि पिछले तीन या चार साल में एनसीए को स्थायी ठिकाना बनाने वाले कई हैं। उन्हें जल्दी ही निवास की अनुमति मिल जायेगी यानी वे कभी भी वहां जा सकते हैं जो अच्छी बात नहीं है।' बीसीसीआई द्वारा संचालित बेंगलुरू स्थित एनसीए के पास खेल विज्ञान और मेडिकल की एक विशेषज्ञ टीम है जो केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की चोटों के इलाज में मदद करती है। चाहर को बायीं हैमस्ट्रिंग में चोट लगी है जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा कमर के फ्रेक्चर के कारण सर्जरी करा चुके हैं।

लगातार चार मैच भी नहीं खेल पाते हैं खिलाड़ी...

अक्टूबर 2021 तक भारतीय टीम के कोच रहे शास्त्री ने हैरानी जताई कि इनमें से कुछ खिलाड़ी तो सारे प्रारूप भी नहीं खेलते हैं लेकिन लगातार चार टी20 मैचों में चार-चार ओवर भी नहीं डाल सकते। उन्होंने कहा,'ये लगातार चार मैच नहीं खेल सकते। फिर एनसीए क्यों जाते हैं। तीन मैच बाद फिर एनसीए लौट आते हैं।’
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