जसप्रीत बुमराह को नहीं बनना चाहिए भारत का कप्तान, कैफ ने बताया कारण

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने कहा है कि जसप्रीत बुमराह को कप्तान कभी नहीं बनना चाहिए। इसके पीछे उन्होंने एक कारण भी बताया है जो कुछ हद तक सही भी है। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में बुमराह ने 2 टेस्ट में कप्तानी की थी।

मोहम्मद कैफ और जसप्रीत बुमराह (साभार-X)

जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया के सबसे बड़े स्टार हैं। उन्होंने अपने दम पर न जाने कितनी बार टीम इंडिया के फैंस के चेहरों पर खुशिया लाई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ क्लीन स्वीप झेलने के बाद जब टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी तो बुमराह ने ही कप्तानी करके जीत दिलाई। ऐसा नहीं कि उन्होंने केवल पर्थ टेस्ट में अपना लोहा मनवाया। पूरी सीरीज में एक अकेले उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर लगाम लगा कर रखी। 5 मैच में उन्होंने 15 से कम की औसत से कुल 32 विकेट चटकाए और प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बने।

इस दौरे पर टीम इंडिया को एकमात्र जीत बुमराह की कप्तानी में ही मिली। 5 में से दो मैच में टीम इंडिया बुमराह की कप्तानी में ही उतरी। अगर सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में वह चोटिल नहीं होते तो फिर सीरीज का परिणाम कुछ और भी हो सकता था। उन्होंने गेंदबाजी के मोर्चे पर तो खुद को साबित किया ही है, बतौर कप्तान भी प्रभावित किया है। ऐसे में इस बात की भी चर्चा होने लगी थी कि क्या उन्हें टेस्ट टीम का स्थायी कप्तान बना देना चाहिए। लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ की राय इससे अलग है। वह मानते हैं कि बुमराह को टीम का कप्तान नहीं बनना चाहिए। कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर इसके पीछे का कारण भी बताया।

क्यों बुमराह को नहीं बनना चाहिए कप्तान

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