T20 World Cup 2024: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले से पहले बोले कुलदीप, ईंट का जवाब पत्थर से देना है जरूरी

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 विश्व कप 2024 के मुकाबले से पहले कुलदीप यादव ने वेस्टइंडीज लेग में अपनी सफलता राज साझा किया है। जानिए कुलदीप ने क्या कहा?

Kuldeep Yadav Jasprit Bumrah

कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह

तस्वीर साभार : भाषा
मुख्य बातें
  • भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सोमवार को होगी भिड़ंत
  • कुलदीप यादव कैरेबियाई सरजमीं पर मचा रहे हैं धमाल
  • कंगारुओं के खिलाफ मुकाबले के लिए हैं तैयार
ग्रोस आइलेट: कुलदीप यादव टी20 क्रिकेट में ईंट का जवाब पत्थर से देने पर यकीन करते हैं और इसी आक्रामक तेवर से भारत के इस कलाई के स्पिनर को वेस्टइंडीज में चल रहे टी20 विश्व कप में अप्रतिम सफलता मिल रही है। पिछले एक साल से अधिक समय से सभी प्रारूपों में भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर कुलदीप को अमेरिका में लीग चरण में बाहर रहना पड़ा था।

अपनी लैंग्थ से कभी नहीं करता हूं समझौता

वेस्टइंडीज की स्पिनरों की मददगार पिचों पर वह काफी प्रभावी साबित हो रहे हैं । उन्होंने दो मैचों में पांच विकेट ले लिये हैं जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ शनिवार को मिले तीन विकेट शामिल हैं। कुलदीप की सफलता का एक कारण उनकी गेंदबाजी में आक्रामकता भी है। उन्होंने कहा कि वह अपनी लैंग्थ से कभी समझौता नहीं करते। उन्होंने कहा,'दुनिया के किसी भी स्पिनर के लिये लैंग्थ काफी मायने रखती है। इस प्रारूप में तो आपको यह भांपना ही होता है कि बल्लेबाज क्या करने की सोच रहा है । इसके लिये काफी आक्रामक होना पड़ा है । मुझे आईपीएल में भी इससे मदद मिली और अब टी20 विश्व कप में भी।'

हमले का जवाब देने की होना चाहिए रणनीति

अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सोमवार को उन्हें सबसे कठिन परीक्षा से गुजरना है। यह पूछने पर कि बल्लेबाज जब चौके छक्के लगाने की फिराक में होते हैं,वह अपनी रणनीति पर कैसे अडिग रह पाते हैं, उन्होंने कहा,'जब सामने वाली टीम को प्रति ओवर 10 या 12 रन चाहिये और बल्लेबाज आपकी गेंदों की धुनाई करने को आतुर हों तो सिर्फ लैंग्थ बनाये रखना जरूरी है। जब वह आप पर हमले की कोशिश करें तो आपके पास रणनीति होनी चाहिये। ऐसे में विकेट लेने की संभावना अधिक होती है।'

विंडीज में स्पिनर्स के लिए गेंदबाजी करना है अच्छा अनुभव

कुलदीप ने संकेत दिया कि उन्हें वेस्टइंडीज में टीम संयोजन की जानकारी दी । उन्होंने कहा,'मैं अमेरिका में नहीं खेला। मैं वहां 12वां खिलाड़ी था और ड्रिंक्स लेकर जा रहा था। यह खेलने जैसा ही था। मैंने वहां गेंदबाजी नहीं की लेकिन करना चाहता था। वहां विकेट ऑस्ट्रेलिया की तरह था। मैंने यहां 2017 में टी20 और वनडे में पदार्पण किया और मुझे हालात का पता था। स्पिनर के लिये यहां गेंदबाजी करना अच्छा अनुभव है।'
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