नॉकआउट राउंड में अपने और अन्य खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन का रोहित शर्मा ने किया बचाव

नॉकआउट दौर के मैचों में अपने और अन्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन का रोहित शर्मा ने बचाव करते हुए कहा है कि आप एक मैच से खिलाड़ी की काबीलियत या करियर को परिभाषित नहीं कर सकते।

रोहित शर्मा( साभार AP)

एडिलेड: पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि विश्व कप या एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में भारतीय खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और इसी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में गुरुवार को सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड से भिड़ने से पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का सामना नॉक आउट में खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन वाले सवाल से हो गया।

अहम होते हैं नॉकआउट मैच लेकिन...

रोहित शर्मा ऐसे तो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं लेकिन नॉकआउट राउंड में उनका प्रदर्शन फीका रहा है। रोहित ने नॉकआउट राउंड में खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन का बचाव करते हुए कहा, नॉकआउट मैच अहम होते हैं हम ये बात अच्छी तरह समझते हैं लेकिन आपको ऐसे मैच खेलने के टूर्नामेंट में केवल एक-दो मौके मिलते हैं और उन मैच में आपको अच्छा करना होता है।'

एक दो पारियों से नहीं परिभाषित कर सकते हैं करियर

रोहित ने कहा, मैं हू या और कोई खिलाड़ी जिन्होंने अपने पूरे करियर में अच्छा प्रदर्शन किया है, आप केवल एक दो पारियों से उनके करियर को परिभाषित नहीं कर सकते। इस खेल में आप जो मुकाम हासिल करना चाहते हैं उसके लिए पूरे साल कड़ी मेहनत करते हैं। आप जो भी फॉर्मेट खेलते हैं उसमें अच्छा करना चाहते हैं। इसलिए खिलाड़ी कैसा है ये एक मैच से परिभाषित नहीं कर सकते।
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