राहुल द्रविड़ (साभार BCCI)
मुख्य बातें
- राहुल द्रविड़ ने बदली टीम इंडिया की तकदीर
- वनडे विश्व कप के बाद राहुल ने बना लिया था कोच पद छोड़ने का मन
- रोहित शर्मा की एक फोन कॉल ने बदला उनकी डिसीजन
टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ बतौर प्लेयर भले ही वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन सके लेकिन उनका ये अरमान बतौर कोच रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम के साथ पूरा हो गया। दक्षिण अफ्रीका को रोमांचक मुकाबले में 7 रन के करीबी अंतर से मात देकर भारतीय टीम ने न केवल आईसीसी खिताबी सूखा खत्म किया बल्कि 13 साल बाद अपने सिर पर विश्व चैंपियन का ताज सजाया।
स्वदेश वापसी पर हुआ टीम इंडिया का जमकर स्वागत
भारतीय टीम 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनकर स्वदेश वापस लौटी तो उनका जमकर स्वागत हो रहा है। नई दिल्ली से मुंबई तक प्रशंसक पलक पावड़े बिछाए बैठे हैं। मुंबई में जब टीम इंडिया गुरुवार को मरीन ड्राइव पर नरीमन प्वाइंट से वानखेड़े स्टेडियम तक विक्ट्री परेड के लिए निकली तो लाखों प्रशंसक मैदान पर विश्व विजेताओं का दीदार करने उतर आई।
इसका नतीजा है खिताबी जीत
टीम इंडिया के खिलाड़ियों से लेकर सपोर्ट स्टाफ तक का हर शख्स इस लम्हे को हमेशा के लिए अपनी यादों में संजोकर रखना चाहता था।
ऐसा ही टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के साथ भी हुआ। राहुल द्रविड़ ने कहा, ये टीम मेरे लिए परिवार की तरह है। इन लड़कों ने कड़ी मेहनत, उनकी कभी हार नहीं मानने वाला रवैया, हर दिन बेहतर होने की ललक का नतीजा है। सपोर्ट स्टाफ के रूप में हम इससे अधिक की अपेक्षा उनसे नहीं कर सकते। टीम को रोहित और सीनियर खिलाड़ियों ने शानदार तरीके से नेतृत्व किया। इन सभी खिलाड़ियों के साथ बतौर कोच काम करना सम्मान की बात है।
बहुत याद आयेगा दर्शकों का यह प्यार
निवर्तमान कोच राहुल द्रविड़ ने आगे कहा,'मुझे दर्शकों का यह प्यार बहुत याद आयेगा, आज रात मैंने सड़कों पर जो देखा, उसे कभी नहीं भूलूंगा। जब से हम भारत पहुंचे हैं ऐसे ही नजारे देखने को मिल रहे हैं। लोगों के मुझे बताया कि पूरे भारत में ऐसा हो रहा है। ये लोगों और प्रशंसकों का प्यार है। ये लोग ही क्रिकेट को वो बनाते हैं जो आज हैं। भारतीय प्रशंसकों की वजह से ही यह दुनिया का महान खेल बना है।
मेरी जिंदगी की सबसे बेहतरीन फोन कॉल
वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल में हार के बाद राहुल द्रविड़ कोच पद से हटने का मन बना चुके थे। ऐसे में रोहित शर्मा ने उन्हें फोन कॉल करके अपना निर्णय बदलने के लिए कहा था। उस फोन कॉल के बारे में राहुल द्रविड़ ने कहा, राहुल एक फिर से साथ मिलकर क्रैक करते हैं। छह से आठ महीने की बात है अगर हम क्रैक कर पाए तो बहुत अच्छा होगा। मैं उस कॉल के लिए बहुत आभारी हूं क्योंकि मुझे इस प्रतिभाशाली टीम के साथ काम करने का मौका मिला। इसके अलावा बारबाडोस और यहां जो अनुभव करने को मिला वो अद्भुत है। संभवत: वो मेरी जिंदगी की सबसे बेहतरीन फोन कॉल थी।
क्या अपनी पारी खत्म करने ये सबसे अच्छा तरीका है? इसके जवाब में रोहित ने कहा, हां ये अलविदा कहने का शानदार मौका मैं सबको मिस करूंगा। आज मैं यहां अपने सपोर्ट स्टाफ की वजह से ही खड़ा हूं।
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