IPL 2024 के आगाज से एक महीने पहले सील हुआ सवाई मान सिंह स्टेडियम और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का ऑफिस, जानिए क्या है मामला

आईपीएल 2024 के कार्यक्रम के ऐलान के बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन और राजस्थान खेल परिषद के बीच चल रहा विवाद अपने चरम पर पहुंच गया है। स्टेडियम और आरसीए के ऑफिस को आईपीएल के आगाज के एक महीने पहले सील कर दिया गया है। जानिए क्या है पूरा मामला?

सवाई मानसिंह स्टेडियम

जयपुर: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच की मेजबानी से एक महीने पहले यहां सवाई मान सिंह स्टेडियम को राजस्थान खेल परिषद द्वारा सील कर दिया गया। परिषद ने दावा किया कि ऐसा इसलिये किया गया है क्योंकि राज्य क्रिकेट संस्था ने बकाया भुगतान सहित अपनी देनदारियों को पूरा नहीं किया है। स्टेडियम के साथ राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) का कार्यालय और इसकी अकादमी को भी सील कर दिया गया। राजस्थान खेल परिषद के सचिव सोहन राम चौधरी ने शुक्रवार को आरसीए को नोटिस भेजा था कि वे प्रोपर्टी राज्य परिषद को सुपुर्द कर दें लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिये राज्य खेल परिषद ने प्रॉपर्टी सील कर दी। चौधरी ने मीडिया से कहा,'हमने उन्हें (आरसीए) को कई दफा नोटिस भेजे लेकिन हमें उनसे कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने सिर्फ समझौते पत्र (एमओयू) को (आठ साल से) 10 साल तक बढ़ाने के लिए जवाब दिया। उनकी देनदारियां हैं और उन्होंने इन्हें पूरा नहीं किया है।'

24 मार्च को होना है राजस्थान-लखनऊ का मुकाबला

आईपीएल 2024 का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है। राजस्थान रॉयल्स टीम का होम ग्राउंड जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम है। यहां सीजन का पहला मुकाबला 24 मार्च, 2024 को राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला है। ऐसे में इस मुकाबले पर मौजूदा विवाद की वजह से गाज गिर सकती है। हालांकि विवाद को निपटाने के लिए पर्याप्त समय है। जयपुर में राजस्थान-लखनऊ के मुकाबले के अलावा दो और मैच 28 मार्च और 6 अप्रैल को खेले जाने हैं।

क्या है विवाद की वजह

आईपीएल की तैयारियों के मद्देनजर सवाई मानसिंह स्टेडियम में 700 दर्शकों की क्षमता वाले दो अस्थाई वीआईपी बॉक्स का निर्माण किया गया है। इन बॉक्स का निर्माण आरसीए की देखरेख में राजस्थान रॉयल्स के टीम मैनेजमेंट द्वारा किया गया है। स्टेडियन में निर्माण कार्य को लेकर आरसीए और राजस्थान खेल परिषद के बीच एमओयू साइन हुआ था। उसी के आधार पर काम होना था लेकिन वीआईपी बॉक्स का निर्माण खेल विभाग की अनुमति के बगैर कर दिया गया। इसी वजह से विवाद उपजा और देनदारियों का हवाला देकर स्टेडियम को सील कर दिया गया है। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत काबिज हैं। उन्हें पद से हटाने की पुरजोर कोशिश भाजपाई खेमे की ओर से हो रही है। राजस्थान में सत्तारूढ़ दल का व्यक्ति का ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर कब्जा होता है और एक बार फिर यही कवायद राज्य में चल रही है।

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