सूर्यकुमार यादव के बारे में दो बेहद करीबी लोगों ने खोले राज, बताई बल्‍लेबाज की सबसे बड़ी खासियत

Suryakumar Yadav batting approach: भारतीय बल्‍लेबाज सूर्यकुमार यादव ने बहुत ही कम समय में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। सूर्या के दो बेहद करीबी लोगों ने उनकी सोच के बारे में खुलासा किया है। सूर्यकुमार 32 साल की उम्र में दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज बने हैं।

सूर्यकुमार यादव

मुख्य बातें
  • सूर्यकुमार यादव ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में कम समय में सफलता हासिल की
  • सूर्यकुमार यादव 32 साल की उम्र में नंबर-1 टी20 इंटरनेशनल बल्‍लेबाज बने
  • विनायक माने और सूफियान शेख ने सूर्यकुमार यादव के बारे में राज खोले

नई दिल्ली: कोच विनायक माने का कहना है कि आप भविष्यवाणी नहीं कर सकते कि सूर्यकुमार यादव टेस्ट क्रिकेट में सफल होगा या नहीं, लेकिन उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला जो यह बल्लेबाज पूरा प्रयास करेगा। सूर्यकुमार ने भारतीय क्रिकेट में कम समय में काफी सफलता हासिल की है। उनके कुछ शॉट ऐसे होते हैं जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। सूर्यकुमार 32 साल की उम्र में दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज बने हैं और यह सफर उन्होंने काफी तेजी से तय किया।

संबंधित खबरें

सूर्यकुमार के परिवार के अलावा जिन दो लोगों ने उनमें आए बदलाव को करीब से देखा है वह मुंबई के पूर्व सलामी बल्लेबाज माने और राज्य की टीम में लंबे समय से उनके साथी तथा बचपन के मित्र सूफियान शेख हैं। माने ने सूर्यकुमार को सबसे पहले 18 बरस की उम्र में देखा, जब उन्हें मुंबई का प्रतिभावान अंडर-19 क्रिकेटर होने के लिए भारत पेट्रोलियम से 2009 में छात्रवृत्ति मिली। माने ने हालांकि सूर्यकुमार को उस समय करीब से पहचाना जब यह क्रिकेटर पारसी जिमखाना से जुड़ा, जहां के प्रमुख खोदादाद एस याजदेगाडी ने भी उनकी काफी मदद की।

संबंधित खबरें

शॉट में विविधता हमेशा से थीप्रथम श्रेणी के 54 मैच खेलने वाले माने ने कहा, 'सूर्या जब पारसी जिमखाना आया तो मैं थोड़ा बहुत क्रिकेट खेल रहा था और कोचिंग देना शुरू ही किया था। मुंबई क्रिकेट में उसके लिए असहज समय रहा था और वह अपनी छाप छोड़ने की कोशिश कर रहा था। उसके पास शॉट में विविधता हमेशा से थी और उसे जिसने भी देखा उसे पता था कि वह भारत के लिए खेलेगा।'

संबंधित खबरें
End Of Feed