चोट के बावजूद नहीं छूटा है ओलंपिक का सपना, जीतोड़ मेहनत कर रही है दीपा

भारत की स्टार जिमनास्ट दीपा करमाकर ने अभी भी ओलंपिक खेलने का सपना नहीं छोड़ा है। वह चोट के बावजूद वापसी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही हैं। दीपा 2016 रियो ओलंपिक में चौथे स्थान तक पहुंचकर मेडल की उम्मीद जताई थी।

दीपा करमाकर (साभार-Twitter)

दीपा करमाकर ने अपने करियर में समान रूप से गौरव और पीड़ा देखी है लेकिन इस स्टार भारतीय जिम्नास्ट ने सोमवार को कहा कि वह अभी पेरिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के अपने सपने को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और शायद पदक के साथ वापसी करेंगी। रियो ओलंपिक 2016 में चौथे स्थान पर रहकर इतिहास रचने वाली दीपा ने तब से अधिक मुश्किल हालात का सामना किया है।

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दीपा को घुटने की दो एसीएल सर्जरी का सामना करना पड़ा जिसके लिए लिगामेंट प्रत्यारोपण अनिवार्य था और डोप परीक्षण में विफल होने के कारण उन पर 21 महीने का प्रतिबंध लगा लेकिन अब वह वापसी की राह पर हैं। दीपा ने ‘टेक्नो ओलंपिया नाइट्स’ के समापन समारोह के दौरान कहा, ‘‘मैं अब पूरी तरह से फिट हूं। मैंने (प्रोडुनोवा) वॉल्ट चोट की संभावना को जानने के बावजूद किया।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं अपना शत प्रतिशत दे रही हूं और अपने कोच (बिश्वेश्वर नंदी) के मार्गदर्शन में काफी कड़ी मेहनत कर रही हूं ताकि मैं इससे उबर सकूं और एक पदक जीत सकूं, उसके बाद ही मैं जिम्नास्टिक से संन्यास लूंगी।’’

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