विनेश फोगाट के मसले पर क्या बोले उनके डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला, पूरी बात कर दी साफ

Vinesh Phogat Doctor Reaction: विनेश फोगाट मसले पर उनके डॉक्टर का बयान सामने आया है। डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला ने पूरी बात बताई कि इस पूरे मसले पर कहां चूक हुई और विनेश को अयोग्य घोषित किया गया।

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विनेश फोगाट (TimesNow/PTI)

Vinesh Phogat Doctor Reaction: विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। मंगलवार तक सिल्वर मेडल पक्का कर चुकी विनेश को अब किसी तरह को कोई भी मेडल नहीं मिलेगा। उन्हें यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग नियम के अनुसार अब अंतिम रैंक दिया गया है। 29 साल के विनेश के लिए संभवत: यह आखिरी ओलंपिक था। इस तरह उनके करियर का दुखद अंत हुआ है। इस पूरे मुद्दे पर उनके डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला ने बयान दिया है और बताया है कि आखिरी इतने बड़े मंच पर कहां चूक हो गई।

क्या बोले डॉ दिनशॉ पारदीवाला?

विनेश फोगाट मामले पर विनेश की मेडिकल टीम के प्रमुख डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने कहा कि मंगलवार को तीन मुकाबले लड़ने के बाद विनेश के वजन में सामान्य से अधिक इजाफा हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘पहलवान आम तौर पर अपने स्वाभाविक वजन से कम वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं। इससे वे फायदे की स्थिति में रहते हैं क्योंकि उन्हें कम मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा का मौका मिलता है।’’

डॉ. पारदीवाल ने कहा, ‘‘कभी कभी प्रतिस्पर्धा के बाद वजन में रिबाउंड बढ़ोतरी का मामला भी होता है। विनेश ने तीन मुकाबले लड़े और पानी की कमी से बचने के लिए थोड़ी मात्रा में पानी दिया गया। हमने पाया कि प्रतिस्पर्धा के बाद उसके वजन में सामान्य से अधिक इजाफा हुआ और कोच ने वजन में कमी की सामान्य प्रक्रिया शुरू की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विनेश के साथ हमेशा ऐसा किया जाता है। लंबे समय से उसके साथ ऐसा किया जा रहा है। उसे भरोसा था कि इसे (तय वजन) हासिल कर लिया जाएगा और रात भर हमने वजन में कमी की प्रक्रिया पर काम किया। हालांकि हमने सुबह पाया कि हमारे सभी प्रयासों के बाद भी उसका वजन उसके 50 किग्रा वजन वर्ग से 100 ग्राम अधिक था और इसलिए उसे अयोग्य घोषित किया गया।’’

डॉ. पारदीवाला ने बताया कि उन्होंने वजन को दायरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास किए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने रात भर हर संभव प्रयास किया जिसमें उसके बाल काटना, उसके कपड़े छोटे करना भी शामिल है, लेकिन इसके बावजूद हम उसे 50 किग्रा वजन वर्ग के दायरे में नहीं ला पाए। अयोग्य ठहराए जाने के बाद हमने एहतियात के तौर पर उसे कुछ द्रव्य दिए जिससे कि शरीर में पानी की कमी से बचा जा सके।’’

डॉ. पारदीवाला ने कहा, ‘‘उसका रक्त परीक्षण भी किया गया जिससे कि पता चले कि सब कुछ सामान्य हैं। यह सब यहां स्थानीय ओलंपिक अस्पताल में हुआ। वजन कम करने की प्रक्रिया के दौरान उसके सभी परीक्षण सही आए और इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वह पूरी तरह से सामान्य महसूस कर रही थी। विनेश ने आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से बात की है और कहा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से बिलकुल सामान्य है लेकिन निराश है कि वह अपने तीसरे ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई हो गई।’’

डॉ. पारदीवाला ने इस दौरान खिलाड़ी की वजन कम करने की प्रक्रिया को भी समझाया। उन्होंने बताया, ‘‘ सुबह वजन करने से पहले वजन में कटौती की प्रक्रिया में खिलाड़ियों का भोजन और पानी सीमित किया जाता है और साथ ही खिलाड़ी को पसीना बहाना होता है। यह पसीना ‘सौना’ और कसरत के जरिए बहाया जाता है। वजन कम करने से आपको कम वजन वर्ग में चुनौती पेश करने का फायदा मिलता है लेकिन इससे कमजोरी और ऊर्जा में कमी आती है।’’

डॉ. पारदीवाला ने कहा, ‘‘अधिकांश पहलवान इसके बाद (वजन कराने के बाद) सीमित पानी और अधिक ऊर्जा वाले भोजन से ऊर्जा वापस हासिल करने का प्रयास करते हैं। यह आम तौर पर वजन होने के बाद दिया जाता है। पोषण विशेषज्ञ खिलाड़ी के आधार पर गणना करते हैं और विनेश के पोषण विशेषज्ञ को लगा कि उसे पूरे दिन में डेढ़ किग्रा चीजें खानी चाहिए जिससे मुकाबले के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिलती।’’

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समीर कुमार ठाकुर author

मैं समीर कुमार ठाकुर टाइम्स नाउ हिंदी (Timesnowhindi.com) की स्पोर्ट्स टीम का अहम सदस्य हूं। मैं मूल रूप से बिहार, बांका जिले का रहने वाला हूं। पत्रका...और देखें

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