ओलंपिक में 'मेडल हैट्रिक' से चूकने के बाद भारत की मनु भाकर ने बताया आगे का प्लान

Manu Bhaker On Future Plan: भारत के लिए ओलंपिक इतिहास के किसी एक संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनने के बाद शूटर मनु भाकर तीसरे पदक से चूक गईं। इस सफर के बाद मनु ने बताया कि उनका आगे का प्लान क्या है।

मनु भाकर (AP)

मुख्य बातें
  • पेरिस ओलंपिक 2024
  • मनु भाकर तीसरे पदक से चूकीं
  • मनु भाकर ने बताया अब क्या है उनका आगे का प्लान
ओलंपिक के इतिहास में मनु भाकर ने जो भारत के लिए किया है, वह अभूतपूर्व है। भारत के लिए इससे पहले ओलंपिक में पुरुष हॉकी टीम ने स्वर्ण पदक जीते, अभिनव बिंद्रा ने निशानेबाजी में पहला स्वर्ण पदक जीता और नीरज चोपड़ा ने पहली बार एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीता, लेकिन मनु की उपलब्धि बहुत खास रही। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीते और तीसरे मेडल से बहुत नजदीक आकर चूक गईं।
यह एक भारतीय खिलाड़ी की ओर से व्यक्तिगत तौर पर ओलंपिक में किया गया बहुत प्रभावशाली प्रदर्शन है। मनु ने आईएएनएस से खास बातचीत में बताया कि वह 25 मीटर एयर पिस्टल महिला इवेंट में पदक नहीं जीतने से निराश हैं, लेकिन उन्हें खुशी है कि वह दो मेडल लेकर भारत जा रही हैं। उनके पास अब बहुत बड़ी प्रेरणा और ऐसी उपलब्धियां हैं, जिनको वह अगले ओलंपिक में लेकर जा सकती हैं।
मनु ने कहा, फाइनल में मेरा प्रदर्शन मेडल लाने के लिए पर्याप्त नहीं था। मैं लगातार कठिन मेहनत करती रहूंगी। इससे भी बेहतर प्रदर्शन करूंगी, चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े। मेरे लिए टोक्यो ओलंपिक से पेरिस ओलंपिक की यात्रा इमोशनल, फिजिकल और तकनीकी दृष्टि से कम से कम पांच साल के अंतराल जैसी रही है।
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