Paris Paralympics 2024: प्रीति पाल ने रचा इतिहास, सौ के बाद अब 200 मीटर रेस में भी जात कांस्य पदक

भारत की पैरा एथलीट प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में 100 के बाद 200 मीटर रेस में भी कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। प्रीति पाल ने 30.01 सेकंड में पूरी की रेस।

प्रीति पाल (साभार Smrti Irani Twitter)

पेरिस: भारत की पैरा एथलीट प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में महिलाओं की 200 मीटर T35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। मौजूदा पैरालंपिक खेलों में यह उनका दूसरा पदक है। इससे पहले 100 मीटर स्पर्धा में भी उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था। इसके साथ ही 23 वर्षीय प्रीति एक पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली भारतीय एथलीट बन गई हैं। प्रीति पाल ने 30.01 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ महिलाओं की 200 मीटर टी35 श्रेणी में कांस्य पदक जीता जो भारत का दूसरा पैरा एथलेटिक्स पदक भी है।

भारत को प्रीति ने दिलाया पैरा-एथलेटिक्स में दूसरा पदक

टी35 में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस जैसी समन्वय संबंधी विकार होते हैं। शुक्रवार को उन्होंने पैरालंपिक ट्रैक स्पर्धा में भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीता था। उन्होंने महिलाओं की टी35 100 मीटर प्रतियोगिता में 14.21 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ कांस्य पदक जीता था। पैरालंपिक के 1984 चरण के बाद से भारत ने जो भी एथलेटिक्स पदक जीते थे वो सभी फील्ड स्पर्धा से आए थे।

प्रीति के कांस्य को छोड़कर ट्रैक और फील्ड में संघर्ष

प्रीति ने शुक्रवार को पैरालंपिक ट्रैक स्पर्धा में भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीता था। उन्होंने महिलाओं की टी35 100 मीटर प्रतियोगिता में 14.21 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ कांस्य पदक जीता था। पर भारत के रवि रोंगाली एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के तीसरे दिन पुरुषों की एफ40 गोला फेंक फाइनल में पांचवें स्थान पर रहे जबकि रक्षिता राजू महिलाओं की 1500 मीटर टी11 दौड़ के शुरुआती दौर में ही बाहर हो गईं।

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