मैं बागी नहीं, बस अपनी शर्तों पर जीना हैः सानिया मिर्जा ने काफी कुछ कहा, यहां पढ़िए

Sania Mirza interview: हाल में टेनिस से संन्यास लेने वाली भारतीय स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने अब डब्ल्यूपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हाथ थामा है इसी के साथ उनकी मेंटर के रूप में क्रिकेट में एंट्री हो गई है। सानिया मिर्जा ने अपने हाल के फैसलों व अन्य चीजों पर खुलकर बात करते हुए क्या कुछ कहा, यहां जानिए।

सानिया मिर्जा (AP)

भारतीय टेनिस की दिग्गज खिलाड़ी सानिया मिर्जा को जिंदगी अपनी शर्तों पर जीने का कोई मलाल नहीं है। कई लोग सानिया को नये मानदंड (ट्रेंड-सेटर) स्थापित करने वाले मानते है जबकि कुछ उन्हें बंधनों को तोड़ने वाला करार देते हैं। खुद सानिया हालांकि इन बातों से इत्तेफाक नहीं रखती। उनका मानना है कि वह बस ‘अपनी शर्तों पर’ जीवन जीना चाहती है।

सानिया ने टेनिस में आश्चर्यजनक सफलता हासिल की है जिसके आसपास कोई भी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी नहीं है। मौजूदा खिलाड़ियों को भी देखें तो निकट भविष्य में सानिया के बराबर सफलता हासिल करने की कुव्वत किसी में भी नजर नहीं आ रही है। सानिया ने एक प्रेरक जीवन जिया है। सानिया ने दुबई में अपने आवास पर ‘पीटीआई-भाषा’ से की गयी बातचीत में कहा जो लोग अपने तरीके से काम करने की हिम्मत करते हैं उसे लेकर समाज को मतभेदों को स्वीकार करना चाहिए और किसी को ‘खलनायक या नायक’ के तौर पर पेश करने से बचना चाहिये।

अंतरराष्ट्रीय टेनिस को अलविदा की घोषणा कर चुकी सानिया ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि मैंने किसी नियम या बंधन को तोड़ा हैं। ये कौन लोग हैं जो इन नियमों को बना रहे हैं और ये कौन लोग हैं जो आदर्श होने की परिभाषा गढ़ रहे हैं।’’ दुबई में अपना आखिरी टूर्नामेंट (डब्ल्यूटीए) खेल रही सानिया ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हर व्यक्ति अलग है और हर व्यक्ति को अलग होने की स्वतंत्रता होनी चाहिए।’’

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