होमलाइव टीवीcitiesशहर फोटोजअगली
खबर

टेनिस करियर के अंतिम मैच में हारने के बाद सानिया मिर्जा के पिता ने उनको लेकर कही यह बात

भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने मंगलवार को डब्ल्यूटीए दुबई ड्यूटी फ्री चैम्पियनशिप के पहले दौर में अपनी अमेरिकी जोड़ीदार मैडिसन कीज के साथ सीधे सेटों में हारकर अपने चमकदार करियर का अंत किया। इसके बाद उनके पिता और कोच इमरान मिर्जा ने कही यह बात।

Sania MirzasSania MirzasSania Mirzas

सानिया मिर्जा। (फोटो- Instagram)

दुबई। सानिया मिर्जा के पिता और कोच इमरान मिर्जा ने कहा कि इस बात पर यकीन नहीं होता कि सानिया को पहली बार टेनिस रैकेट थामे हुए 30 साल हो गए हैं। निश्चित तौर पर वह अभूतपूर्व प्रतिभा की धनी थी और मुझे यह समझने में ज्यादा समय नहीं लगा। मैं जब युवावस्था में था तब मैंने क्लब स्तरीय टेनिस और राज्य रैंकिंग टूर्नामेंट में ही हिस्सा लिया था, लेकिन जब मैं स्कूल में था तभी से इस खेल का बेहद करीब से विश्लेषण करता था। मैं कभी बहुत अच्छा टेनिस खिलाड़ी नहीं रहा लेकिन मेरा मानना है कि इस खेल के लिए मेरे पास पारखी नजर और विश्लेषणात्मक दिमाग था।

शोहरत कमाना लिखा था सानिया की किस्मत मेंआगे उन्होंने लिखा कि सानिया की किस्मत में उस खेल में नाम और शोहरत कमाना लिखा था जिसे वह प्यार करती थी। टेनिस टूर पर कई प्रसिद्ध प्रशिक्षकों ने मुझे निजी तौर पर बताया कि जिस तरह खुदा ने सानिया को टेनिस में प्रतिभा का तोहफा दिया था, उसी तरह उन्होंने मुझे भी उनकी टेनिस प्रतिभा और स्वभाव को विकसित करने के लिए खेल को देखने और समझने की शक्ति प्रदान की थी। खुदा ने मेरी पत्नी को भी बहुत ही विशेष कौशल दिया, जिसने हमारी बेटी के इस खेल में एक पेशेवर करियर बनाने में पूरक का काम किया।

करियर लंबा खींचने में मदद मिलीउन्होंने लिखा कि मेरे परिवार की खेल पृष्ठभूमि ही थी, जिसने हमें हार और जीत से सही रवैये के साथ निपटने में मदद की। इससे सानिया को एक टेनिस खिलाड़ी के रूप में निखारने और उनका करियर लंबा खींचने में मदद मिली। टेनिस एक ऐसा खेल है जिसमें हार और जीत दिमाग से जुड़ी होती हैं और इसमें मानसिक मजबूती बेहद महत्वपूर्ण है। सफलता में संयम की भूमिका अहम होती है और मेरा मानना है कि टेनिस कोर्ट पर सानिया को निर्भीक बनाने में माता-पिता के रूप में हमारा सबसे बड़ा योगदान रहा। जब कोई बच्चा खेल के मैदान पर हारता है तो उसे इसकी परवाह नहीं होती है कि दुनिया उसकी हार के बारे में क्या सोच रही है। लेकिन उसकी हार पर माता-पिता का रवैया कैसा होता है यह उसे मानसिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर काफी प्रभावित करता है।

End Of Feed