Sunil Chhetri Farewell Match: विदाई मैच में गोल नहीं कर सके सुनील छेत्री, छकाछक भरे स्टेडियम में कुवैत के खिलाफ कहा अलविदा

भारत के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री ने कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में कुवैत के खिलाफ कहा अपने अंतरराष्टीय फुटबॉल करियर को अलविदा। हजारों प्रशंसकों ने उन्हें स्टेडियम आकर दी विदाई।

विदाई मैच खेलने के बाद मैदान से बाहर आते सुनील छेत्री(साभार Jio Cinema)

कोलकाता: कोलकाता का साल्ट लेक स्टेडियम खचाखच भरा था लेकिन इसके बावजूद खालीपन का एहसास हो रहा था क्योंकि पिछले 19 वर्षों से भारतीय फुटबॉल की सांस रहे सुनील छेत्री अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे थे। छेत्री को विदाई देने के लिए हजारों दर्शक स्टेडियम में पहुंचे थे। इनमें से अधिकतर ने इस स्टार स्ट्राइकर की 11 नंबर की जर्सी पहनी हुई थी। उनके मन में एक टींस भी थी कि अब वह अपने इस प्रिय खिलाड़ी को भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए नहीं देखेंगे।

मैदान पर हजारों प्रशंसक उमड़े

छेत्री ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि कुवैत के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर का मैच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका अंतिम मैच होगा और यही वजह थी कि उनका कोई भी प्रशंसक उन्हें भारत की तरफ से अंतिम मैच में खेलते हुए देखने से नहीं चूकना चाहता था। ड्राइवर की बगल की सीट पर बैठे छेत्री सबसे पहले बस से उतरे। बस से उतर कर छेत्री इस मैदान पर होने वाले हर मैच की गवाह रही ‘लोजेंज माशी’ जमुना दास के पास गए, जो ईस्ट बंगाल की समर्थक हैं। छेत्री ने उन्हें गले लगाया और फिर मैदान की तरफ चले गए।

प्रशंसकों ने अनोखे अंदाज में दी विदाई

वह जैसे ही मैदान पर पहुंचे चारों तरफ तिरंगा लहराने लगा और स्टेडियम में छेत्री छेत्री की गूंज सुनाई देने लगी। स्टेडियम में एक बहुत बड़ा पोस्टर लगा था जिसमें बंगाली में लिखा था, सोनार सुनील। तोमाय हृद मझारे रखबो ’ (स्वर्णिम सुनील, मैं आपको अपने दिल में बनाए रखूंगा।) इसके अलावा कई अन्य पोस्टर भी लहरा रहे थे जिसमें सुनील छेत्री का गुणगान किया गया था।

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