Google बच्चों के लिए ला रहा AI चैटबॉट, 100 से ज्यादा देशों में होगा लाइव, पढ़ाई में करेगा मदद
Gemini AI Chatbot For Teen: गूगल के नए जेमिनी एआई चैटबॉट को किशोरों के लिए शुरू किया जाएगा। गूगल ने कहा कि इसमें बच्चों की सिक्योरिटी का खास ख्याल रखा गया है और इसे बाल सुरक्षा और विकास के एक्सपर्ट के साथ मिलकर कई सिक्योरिटी लेयर और सेफगार्ड को शामिल किया गया है, जो सिक्योरिटी को प्राथमिकता देते हैं।
Gemini AI Chatbot For Teen (Image-Google)
मुख्य बातें
- 100 से अधिक देशों में रोलआउट होगा चैटबॉट
- शैक्षणिक संस्थानों को फ्री में मिलेगी सुविधा
- कई सिक्योरिटी लेयर और सेफगार्ड से होगा लैस
Gemini AI Chatbot For Teen: गूगल ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट जेमिनी को जल्द किशोरों के लिए उपलब्ध कराने की घोषणा की है। इस चैटवॉच की मदद से अब 13 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट का इस्तेमाल करने की अनुमति मिलेगी। बता दें कि अभी जो गूगल जेमिनी एआई है उसे केवल 18 साल से ज्यादा उम्र वाले यूजर्स इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या है नया Gemini AI Chatbot?
गूगल की नई सुविधा की मदद से छात्रों को अपने इन-हाउस लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) की AI क्षमता तक एक्सेस मिलेगा। कंपनी ने कहा कि यह सुविधा आने वाले महीनों में 100 से अधिक देशों के छात्रों के लिए शुरू की जाएगी। वहीं चैटबॉट को छात्रों के लिए उपयोगी बनाने और उन्हें हानिकारक कंटेंट से बचाने के लिए कई सुरक्षा उपायों के साथ आएगा।
क्या फ्री मिलेगी सुविधा?
गूगल ने कहा कि आने वाले महीनों में, जेमिनी एआई को किशोरों के लिए शुरू किया जाएगा। यह सुविधा सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए निःशुल्क होगी और अंग्रेजी में शिक्षा के लिए गूगल वर्कस्पेस अकाउंट वाले 100 से अधिक देशों में किशोर छात्रों (13 से 18 वर्ष) के लिए सुलभ होगी। बता दें कि हाल ही में गूगल ने अपने एआई मॉडल के ऐप को नौ भारतीय भाषाओं में जारी किया है।
क्या आपके बच्चों के लिए सुरक्षित होगा एआई
गूगल का दावा है कि जेमिनी एआई चैटबॉट की युवा मस्तिष्क तक पहुंच बढ़ाना जल्दबाजी में लिया गया कोई कदम नहीं था। इसने खुलासा किया कि इसने बाल सुरक्षा और विकास के एक्सपर्ट के साथ मिलकर कई सिक्योरिटी लेयर और सेफगार्ड को शामिल किया गया है, जो सिक्योरिटी को प्राथमिकता देते हैं। इनमें से एक सभी स्कूल यूजर्स के लिए अतिरिक्त डेटा सुरक्षा है, जो यह गारंटी देता है कि गूगल अपने एआई मॉडल को बेहतर बनाने के लिए बातचीत वाले के डेटा का उपयोग नहीं करेगा।
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Vishal Mathel author
विशाल मैथिल, टाइम्स नाउ नवभारत ( Timesnowhindi.com) में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर नवंबर 2023 से जुड़ें ...और देखें
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