Technology: लोकल इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स को मिलेगा बढ़ावा, शुरू हो सकती है अरबों डॉलर की योजना

मजबूत लोकल मैन्युफैक्चरिंग से उत्साहित भारत सरकार देश की घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देते हुए अरबों डॉलर का प्रोत्साहन देने की योजना बना रही है। यह योजना लैपटॉप जैसे डिवाइस के लिए क्रिटिकल कंपोनेंट जैसे प्रिंटेड सर्किट बोर्ड्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहन प्रदान कर सकती है। 2030 तक 500 बिलियन डॉलर का लक्ष्य हासिल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री को 20 प्रतिशत से अधिक चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की जरूरत है।

लोकल इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स को मिलेगा बढ़ावा, शुरू हो सकती है अरबों डॉलर की योजना

Technology: इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट खासकर मोबाइल फोन की मजबूत लोकल मैन्युफैक्चरिंग से उत्साहित भारत सरकार देश की घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देते हुए अरबों डॉलर का प्रोत्साहन देने की योजना बना रही है। सरकारी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट के अनुसार, आगामी योजना लैपटॉप जैसे डिवाइस के लिए क्रिटिकल कंपोनेंट जैसे प्रिंटेड सर्किट बोर्ड्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहन प्रदान कर सकती है। इसी के साथ लोकल सप्लाई चेन को बढ़ावा दिए जाने की संभावना है। यह पहल भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में एक बड़े प्लेयर रूप में स्थापित करेगी, क्योंकि वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग दिग्गज चीन से परिचालन को हटाने का लक्ष्य बना रहे हैं।

2030 तक 500 बिलियन डॉलर

देश वित्त वर्ष 2030 तक 500 बिलियन डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और 60 लाख नौकरियों के अवसर लाने तक पहुंचने की आकांक्षा रखता है। भारत सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री वर्तमान में लगभग 115 बिलियन डॉलर की है और ग्लोबल वैल्यू चेन देश से उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण होंगी। वित्त वर्ष 2030 तक 500 बिलियन डॉलर का लक्ष्य हासिल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री को 20 प्रतिशत से अधिक चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की जरूरत है।

End Of Feed