रिकॉर्ड समय में 5G नेटवर्क स्थापित करने बाद तेजी से 6G की ओर बढ़ा रहा भारत : एक्सपर्ट्स

6G In India: संचार मंत्रालय के उप महानिदेशक सुमनेश जोशी ने कहा कि भारत की ओर से दुनिया में सबसे तेज 5जी नेटवर्क स्थापित किया गया है और 6जी में भी आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के नंबर दिखाने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं।

6G network in India

6G network in India

6G In India: रिकॉर्ड समय में सफलतापूर्वक 5G नेटवर्क स्थापित करने के बाद भारत अब 6G टेक्नोलॉजी में तेजी से आगे बढ़ रहा है। शुक्रवार को एक्सपर्ट्स की ओर से यह बयान दिया गया। संचार मंत्रालय के उप महानिदेशक सुमनेश जोशी ने कहा कि आज, हर किसी के पास एक बैंक अकाउंट है जो वित्तीय लोन या सूक्ष्म लोन, सूक्ष्म बीमा, म्यूचुअल फंड और यहां तक कि शेयर-संबंधित उत्पादों जैसी नवीन सेवाओं के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाता है।

हमें गए इकोसिस्टम का उठाना है फायदा

एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, जोशी ने कहा कि हमें अपनी ओर से बनाए गए इकोसिस्टम का फायदा उठाना है। आज हम सिर्फ 5 रुपये, 10 रुपये, 15 रुपये का भी लेन-देन कर पाते हैं। अब हम स्मार्टफोन के बिना, बिना क्यूआर कोड के भुगतान करने के बारे में सोच सकते हैं। आधार-आधारित भुगतान अगला तार्किक कदम है और आज सभी प्रणालियों को जोड़ना समय की मांग है।

भारत ने तेजी से स्थापित किया 5G नेटवर्क

अपने संबोधन में आगे कहा कि भारत की ओर से दुनिया में सबसे तेज 5जी नेटवर्क स्थापित किया गया है और 6जी में भी आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के नंबर दिखाने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं।

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जोशी ने आगे कहा कि फर्जी कॉल से निपटने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। वास्तविक समय डेटा साझा करने के लिए इकोसिस्टम भागीदारों के बीच सहयोग की आवश्यकता है, चाहे वह फिनटेक उद्योग हो, संचार हो या भारत सरकार, पुलिस, राज्य सरकार हो। ताकि, अगर कुछ भी हो रहा हो तो हम तुरंत कार्रवाई कर सकें। भारतीय रिजर्व बैंक के उपगवर्नर आर गांधी ने कहा कि हमें भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बड़े की संख्या में वित्तीय संस्थाओं की आवश्यकता है।

बैंकिंग सेक्टर में भी तेजी से काम करने की जरूरत

उन्होंने आगे कहा कि हमें अधिक बैंकों और वित्त कंपनियों को लाइसेंस देना चाहिए। हमें सचेत रूप से चुनिंदा बैंकों और वित्तीय संस्थानों को बड़ा बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। हमें अधिक विभेदित और विशिष्ट बैंकों और विशेषज्ञ बैंकों, डिजिटल-दुनिया भर के बैंकों, निवेश बैंकों और गोल्ड बैंकों की आवश्यकता है।

इनपुट- आईएएनएस

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Vishal Mathel author

विशाल मैथिल, टाइम्स नाउ नवभारत ( Timesnowhindi.com) में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर नवंबर 2023 से जुड़ें हैं। इससे पहले वह दैनिक भास्कर, अमर उजाला मध्यप्रद...और देखें

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