5G रोलआउट कवरेज गैप को कम करने में दुनिया में टॉप पर भारत: GSMA

India 5G: जीएसएमए के मुख्य विनियामक अधिकारी जॉन गिउस्टी ने कहा कि नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर की पहुंच बढ़ाने और मोबाइल इंटरनेट अपनाने में निरंतर प्रगति के बावजूद, महत्वपूर्ण डिजिटल डिवाइड अभी भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हालांकि, अधिकांश यूजर प्रतिदिन मोबाइल इंटरनेट का उपयोग करते हैं, लेकिन उनकी एक्टिविटी अक्सर केवल एक या दो एक्टिविटी तक ही सीमित रहती हैं, हालांकि कई लोग और अधिक करने की इच्छा व्यक्त करते हैं।

5G in india (Image-istock)

India 5G: 2023 में लगभग 75 करोड़ यूजर्स को 5जी के दायरे में लाया गया, जिसमें से आधे यूजर्स भारत में 5जी सर्विस रोलआउट के तहत जोड़े गए। जीएसएमए की बुधवार को आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल एवरेज डाउनलोड स्पीड 34 एमबीपीएस से 48 एमबीपीएस तक बढ़ने के साथ 2023 में मोबाइल नेटवर्क को लेकर ग्राहकों के अनुभव में सुधार दर्ज हुआ है।

स्टेट ऑफ मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी

जीएसएमए की 'स्टेट ऑफ मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी 2024' रिपोर्ट के अनुसार, "यह अब तक देखी गई सबसे बड़ी वृद्धि को दर्शाता है। सबसे बड़ी वृद्धि दक्षिण एशिया में हुई, जहां भारत में 5जी की शुरुआत से क्षेत्र में औसत डाउनलोड स्पीड में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई।" भारत में ग्रामीण आबादी के बीच स्मार्टफोन के इस्तेमाल को लेकर 2022 से लेकर 2023 तक में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। विश्लेषण के लिए सात सर्वेक्षण देशों में, पढ़े-लिखे मोबाइल इंटरनेट यूजर कम पढ़े-लिखे यूजर्स की तुलना में साप्ताहिक आधार पर ज्यादा अलग-अलग काम करते हैं।

मोबाइल इंटरनेट यूजर्स

दिलचस्प बात यह रही कि भारत में कम पढ़े-लिखे मोबाइल इंटरनेट यूजर औसतन साप्ताहिक आधार पर कम से कम आठ अलग-अलग तरह की एक्टविटी कर रहे थे, जबकि सर्वेक्षण के अन्य सभी देशों के पढ़े-लिखे और कम पढ़े-लिखे दोनों ग्रुप के मोबाइल इंटरनेट यूजर्स आठ से कम एक्टिविटी कर रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है, लेकिन 3.45 अरब अनकनेक्टेड लोगों के लिए बाधाएं बनी हुई हैं।

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