WhatsApp पर मिलेगी फैक्ट-चेकिंग हेल्पलाइन की सुविधा, डीपफेक और फेक कंटेट में मिलेगा निजात

Fact Checking Helpline On Whatsapp: व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाले सभी इनबाउंड मैसेज को मैनेज करने के लिए एमसीए एक केंद्रीय 'डीपफेक एनालिसिस यूनिट' (डीएयू) स्थापित करेगा।

Fact Checking Helpline On Whatsapp

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तस्वीर साभार : IANS
Fact Checking Helpline On Whatsapp: मिस इंफॉर्मेशन कॉम्बैट एलायंस (एमसीए) ने सोमवार को कहा कि उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करके बने मीडिया से निपटने के प्रयास के तहत भारत में व्हाट्सएप पर एक समर्पित फैक्ट-चेकिंग हेल्पलाइन शुरू करने के लिए मेटा (पूर्व में फेसबुक) के साथ करार किया है। यह हेल्पलाइन इस साल मार्च में आम लोगों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगी।

डीपफेक एनालिसिस यूनिट बनेगी

यह पहल एमसीए और उसके संबद्ध नेटवर्क को वायरल गलत सूचनाओं- विशेष रूप से डीपफेक को संबोधित करने की अनुमति देगी। व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाले सभी इनबाउंड मैसेज को मैनेज करने के लिए एमसीए एक केंद्रीय 'डीपफेक एनालिसिस यूनिट' (डीएयू) स्थापित करेगा। मिस इंफॉर्मेशन कॉम्बैट एलायंस के अध्यक्ष भरत गुप्ता ने एक बयान में कहा कि डीपफेक एनालिसिस यूनिट देश में सोशल मीडिया और इंटरनेट यूजर्स के बीच एआई-सक्षम गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण और समय पर हस्तक्षेप के रूप में काम करेगी।"
उन्होंने कहा कि इस पहल में मेटा के सहयोग से आईएफसीएन के फैक्ट चेकर्स, पत्रकार, आम टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स, रिसर्च लैब्स और फोरेंसिक एक्सपर्ट एक साथ आएंगे। लोग डीपफेक को व्हाट्सएप चैटबॉट पर फॉरवर्ड करके रिपोर्ट कर सकेंगे, जो अंग्रेजी और तीन क्षेत्रीय भाषाओं - हिंदी, तमिल और तेलुगु में बहुभाषी सपोर्ट प्रदान करेगा।

चुनावों में निभाएगा अहम रोल

भारत में मेटा के सार्वजनिक नीति निदेशक शिवनाथ ठुकराल ने कहा कि लोगों को वास्तविक रूप से धोखा देने वाले डीपफेक को उजागर करने के लिए समर्पित एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन शुरू करने के लिए एमसीए के साथ हमारा सहयोग 2024 के चुनावों में एआई के भ्रामक उपयोग को रोकने के लिए तकनीकी समझौते के तहत हमारी प्रतिज्ञा के अनुरूप है।

मेटा का फैक्ट-चेक प्रोग्राम

देश में मेटा के फेक्ट-चेक प्रोग्राम में 11 स्वतंत्र फैक्ट-चेक संगठनों के साथ साझेदारी शामिल है जो यूजर्स को जानकारी की पहचान करने, समीक्षा करने, वेरिफिकेशन करने और इसके प्लेटफार्म पर गलत सूचना के प्रसार को रोकने में मदद करती है। एमसीए एक क्रॉस-इंडस्ट्री गठबंधन है जो कंपनियों, संगठनों, संस्थानों, उद्योग संघों और संस्थाओं को गलत सूचना और उसके प्रभाव से सामूहिक रूप से लड़ने के लिए एक साथ लाता है।
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    TNN टेक डेस्क author

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