Job-Hopping Trends: बढ़ रहा जॉब स्विचिंग का ट्रेंड, टेक कंपनियां कर्मचारियों को रोकने के लिए कर रही जद्दोजहद
job-hopping trends: इन ट्रेंड के बावजूद, केवल 27 प्रतिशत कंपनियां ही अपने कर्मचारियों के साथ नियमित रूप से संपर्क रखती हैं जिससे उनकी चिंताओं का समाधान किया जा सके। रिपोर्ट के अनुसार, हाइब्रिड या रिमोट वर्क ऑप्शन, आकर्षक नौकरी और वेतन कर्मचारियों को नौकरी में बनाए रखने में मदद करता है।

job-hopping trends
job-hopping trends: ग्लोबल स्तर पर टेक्नोलॉजी कंपनियां कर्मचारियों को बनाए रखने में संघर्ष कर रही हैं। इसकी वजह अधिक वेतन और अच्छे करियर के लिए पेशेवरों द्वारा लगातार जॉब स्विच करना है। यह जानकारी गुरुवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई। ग्लोबल प्रोफेशनल एसोसिएशन, आईएसएसीए की नई रिपोर्ट में दुनिया भर के 7,726 तकनीकी पेशेवरों से प्रतिक्रियाएं एकत्रित की गईं और इसमें पाया गया कि एक तिहाई उत्तरदाताओं ने पिछले दो वर्षों में नौकरी बदली है।
ये भी पढ़ें: भारत में सबसे तेज इंटरनेट कहां चलता है? दिल्ली-मुंबई नहीं है सही जवाब
रिपोर्ट में बताया गया कि युवा कर्मचारियों के नौकरी बदलने की संभावना सबसे अधिक है और 35 वर्ष से कम आयु के 42 प्रतिशत पेशेवर नए अवसर तलाश रहे हैं। इन ट्रेंड के बावजूद, केवल 27 प्रतिशत कंपनियां ही अपने कर्मचारियों के साथ नियमित रूप से संपर्क रखती हैं जिससे उनकी चिंताओं का समाधान किया जा सके। रिपोर्ट में बताया गया कि नौकरी संतुष्टि में वर्क-लाइफ बैलेंस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, हाइब्रिड या रिमोट वर्क ऑप्शन, आकर्षक नौकरी और वेतन कर्मचारियों को नौकरी में बनाए रखने में मदद करता है। कई कर्मचारी टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में इसलिए प्रवेश करते हैं क्योंकि उन्हें समस्या समाधान, निरंतर सीखने और नौकरी की सुरक्षा पसंद होती है। रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि पिछले दो वर्षों में लगभग 70 प्रतिशत पेशेवरों को वेतन वृद्धि या पदोन्नति मिली, जबकि केवल 36 प्रतिशत ने ही सक्रिय रूप से इसके लिए मांग की थी।
रिपोर्ट में बताया गया कि नौकरी मिलने के बाद भी करियर में आगे बढ़ना हमेशा आसान नहीं होता। कर्मचारियों ने स्पष्ट करियर पथों की कमी, सीमित अवसरों और मेंटर्स की कमी को प्रमुख बाधाओं के रूप में बताया। सर्वे में यह भी पाया गया कि महिलाएं मार्गदर्शन लेने की अधिक इच्छुक रहती हैं, जबकि पुरुष मार्गदर्शन देने की अधिक इच्छुक रहते हैं।
आईएसएसीए इमर्जिंग ट्रेंड्स वर्किंग ग्रुप के कन्नमल गोपालकृष्णन ने कहा, "भारत की आईटी इडस्ट्री दशकों से वैश्विक स्तर पर अग्रणी रही है,लेकिन टेक्नोलॉजी परिवर्तन की गति और कर्मचारियों की बदलती आकांक्षाएं दुनिया भर में कार्यबल की गतिशीलता को पुनर्परिभाषित कर रही हैं।"
इनपुट-आईएएनएस
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। टेक एंड गैजेट्स (Tech-gadgets News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

विशाल मैथिल, टाइम्स नाउ नवभारत ( Timesnowhindi.com) में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर नवंबर 2023 से जुड़ें हैं। इससे पहले वह दैनिक भास्कर, अमर उजाला मध्यप्रद...और देखें

Xiaomi के हर स्मार्टफोन में होगा इंडस ऐपस्टोर, ऐप्स की दुनिया बनेगी आसान!

Jio-Airtel से कितना अलग है Starlink, कीमत से लेकर स्पीड तक, यहां मिलेगा हर सवाल का जवाब

3 स्टार 4 स्टार या 5 स्टार, कौन सा फ्रिज आपके लिए है बेस्ट, खरीदने से पहले जान लें अंतर

AI-इनेबल्ड डिजिटल इकोनॉमी पर नंदन नीलेकणि ने कही बड़ी बात, एक अरब भारतीयों के लिए यही सही समय

भारत में 5G रोलआउट ने तोड़े रिकॉर्ड, 4.69 लाख बेस ट्रांसीवर स्टेशन लगे, 773 जिलों तक पहुंचा कवरेज
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited