TikTok पर पर्सनल डेटा संरक्षण कानून उल्लंघन का आरोप, यह देश करेगा जांच

TikTok Vs South Korea: टिकटॉक पर आरोप है कि कंपनी यूजर्स को स्वचालित विज्ञापन प्राप्त करने के लिए बाध्य करती है। कोरियाई कानून के तहत इस तरह के कंटेंट के लिए किसी भी कंपनी को यूजर्स की सहमति लेना अनिवार्य है। जल्द ही वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म की जांच शुरू की जाएगी।

TikTok Vs South Korea

TikTok Vs South Korea: दक्षिण कोरिया का मीडिया नियामक देश के पर्सनल डेटा संरक्षण कानून के उल्लंघन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक की जांच करने जा रहा है। नियामक के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। योनहाप समाचार एजेंसी ने इंडस्ट्री सूत्रों के हवाले से बताया कि टिकटॉक कोरियाई कानून का उल्लंघन कर रहा है।

मुश्किलों में टिकटॉक

टिकटॉक पर आरोप है कि कंपनी यूजर्स को स्वचालित विज्ञापन प्राप्त करने के लिए बाध्य करती है। कोरियाई कानून के तहत इस तरह के कंटेंट के लिए किसी भी कंपनी को यूजर्स की सहमति लेना अनिवार्य है। कोरियाई अधिकारी ने कहा कि कोरिया संचार आयोग (केसीसी) को संदेह है कि टिकटॉक सूचना और संचार नेटवर्क उपयोग और डेटा संरक्षण के संवर्धन अधिनियम का उल्लंघन कर रहा है। जल्द ही वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म की जांच शुरू की जाएगी।

टिकटॉक पर क्या हैं आरोप?

अधिकारी ने कहा, "हमारा मानना है कि टिकटॉक की सेवा शर्तों और यूजर्स से स्पष्ट सहमति प्राप्त करने को लेकर किसी तरह की परेशानी है।" चीनी कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाली कंपनी टिकटॉक पर भी कोरियाई एजेंसियों को संदेह है कि कंपनी प्लेटफॉर्म से जुड़ने वाले यूजर्स को अपनी सेवा की शर्तों और गोपनीयता नीति को लेकर पूरी सामग्री साझा नहीं करती है।

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