IndiaAI Mission: भारत में बनेगा एआई इकोसिस्टम, इंडियाएआई मिशन को मिली मंजूरी, जानें इसके 7 प्रमुख स्तंभ

IndiaAI Mission: इंडियाएआई कंप्यूट स्तंभ भारत के तेजी से बढ़ते एआई स्टार्टअप और रिसर्च इकोसिस्टम की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए एक हाई-लेवल स्केलेबल एआई कंप्यूटिंग इकोसिस्टम का निर्माण करेगा।

IndiaAI Mission

IndiaAI Mission

तस्वीर साभार : IANS
IndiaAI Mission: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इंडस्ट्री में गोपनीयता संबंधी चिंताओं के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 10,371.92 करोड़ रुपये के बजट खर्च के साथ राष्ट्रीय स्तर के इंडियाएआई मिशन को मंजूरी दे दी है। इस मिशन की मदद से कंप्यूटिंग पहुंच का लोकतंत्रीकरण करके, डेटा क्वालिटी में सुधार, स्वदेशी एआई क्षमताओं को विकसित करके, शीर्ष एआई प्रतिभाओं को आकर्षित करके, इंडस्ट्री सहयोग को सक्षम करके, एआई इकोसिस्टम के डेवलपमेंट को बढ़ावा दिया जाएगा।

इंडियाएआई मिशन

आईटी मंत्रालय ने कहा कि मिशन को डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन (डीआईसी) के तहत 'इंडियाएआई' इंडिपेंडेंट बिजनेस डिवीजन (आईबीडी) द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। आइये समझते हैं कि इंडियाएआई मिशन क्या काम करेगा और इससे भारत को क्या-क्या फायदा मिलने वाला है।

जिम्मेदार एआई प्रोजेक्ट

सुरक्षित और विश्वसनीय एआई स्तंभ 'जिम्मेदार एआई' प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन को सक्षम करेगा, इसमें स्वदेशी उपकरण और फ्रेमवर्क का विकास, इनोवेटर्स के लिए स्व-मूल्यांकन चेकलिस्ट और अन्य दिशा निर्देश और गवर्नेंस फ्रेमवर्क शामिल हैं। 'फ्यूचरस्किल्स' पहल की संकल्पना एआई कार्यक्रमों में प्रवेश की बाधाओं को कम करने के लिए की गई है और यह स्नातक, स्नातकोत्तर स्तर और पीएचडी कार्यक्रमों में एआई पाठ्यक्रमों को बढ़ाएगी।

एआई लैब्स स्थापित होंगे

मंत्रालय ने कहा कि बुनियादी स्तर के पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए देश भर के टियर 2 और 3 शहरों में डेटा और एआई लैब स्थापित किए जाएंगे।

हाई-लेबल स्केलेबल एआई कंप्यूटिंग इकोसिस्टम

इंडियाएआई कंप्यूट स्तंभ भारत के तेजी से बढ़ते एआई स्टार्टअप और रिसर्च इकोसिस्टम की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए एक हाई-लेवल स्केलेबल एआई कंप्यूटिंग इकोसिस्टम का निर्माण करेगा। इस इकोसिस्टम में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से निर्मित 10,000 या अधिक ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) का एआई कंप्यूट इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होगा।

एआई इनोवेशन के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन

“एआई मार्केटप्लेस को एआई इनोवेटर्स को एक सर्विस और पूर्व-प्रशिक्षित मॉडल के रूप में एआई की पेशकश करने के लिए डिजाइन किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अनुसार, यह एआई इनोवेशन के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में कार्य करेगा।

इंडियाएआई इनोवेशन सेंटर

अगला घटक इंडियाएआई इनोवेशन सेंटर है, जो महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्वदेशी बड़े मल्टी मॉडल मॉडल (एलएमएम) और डोमेन-विशिष्ट मूलभूत मॉडल के विकास और तैनाती का कार्य करेगा।

इंडियाएआई डेटासेट प्लेटफार्म डेवलप होगा

मिशन का एक अन्य प्रमुख पहलू इंडियाएआई डेटासेट प्लेटफ़ॉर्म है, जो एआई इनोवेशन के लिए क्वालिटी वाले गैर-व्यक्तिगत डेटासेट तक पहुंच को सुव्यवस्थित करेगा। भारतीय स्टार्टअप और रिसर्चर्स को गैर-व्यक्तिगत डेटासेट तक सीमलेस एक्सेस के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए एक एकीकृत डेटा प्लेटफार्म विकसित किया जाएगा।

एआई प्रयोगों को मिलेगा बढ़ावा

इंडियाएआई एप्लीकेशन डेवलपमेंट इनिशिएटिव केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य विभागों और अन्य संस्थानों से प्राप्त समस्या विवरणों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई प्रयोगों को बढ़ावा देगा। मंत्रालय ने कहा, "यह पहल बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को उत्प्रेरित करने की क्षमता वाले प्रभावशाली एआई समाधानों को विकसित करने/बढ़ाने/अपनाने को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी।"

इंडियाएआई स्टार्टअप फाइनेंसिंग

सरकार ने कहा, अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि 'इंडियाएआई स्टार्टअप फाइनेंसिंग' स्तंभ की परिकल्पना डीप-टेक एआई स्टार्टअप को समर्थन व गति देने और उन्हें भविष्य की एआई परियोजनाओं को सक्षम करने के लिए फंडिंग तक सुव्यवस्थित पहुंच प्रदान करने के लिए की गई है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | टेक एंड गैजेट्स (tech-gadgets News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

    TNN टेक डेस्क author

    देश-दुनिया में टेक्नोलॉजी से जुड़ी हर खबर हम आपको यहां देते हैं। स्मार्टफोन से लेकर गैजेट्स और बाकी तमाम जानकारी हम आपको लगातार देंगे।और देखें

    End of Article

    © 2024 Bennett, Coleman & Company Limited