WhatsApp ने रोलआउट किया Passkey सपोर्ट, सिर्फ ये लोग कर सकेंगे इस्तेमाल, जानें तरीका

WhatsApp Passkey Support Rolling Out: पासकी एक वैकल्पिक लॉगिन ऑथेंटिकेशन मैथड है, जो SMS कोड जैसे पारंपरिक तरीकों की तुलना में बेहतर सिक्योर होता है। पास-की में कीज के दो सेट बनाए जाते हैं, जिसमें से एक प्लेटफार्म के क्लाउड पर स्टोर होता है जबकि दूसरा यूजर के पास रहता है।

WhatsApp Passkey

WhatsApp Passkey Support Rolling Out: यदि आप व्हाट्सएप यूजर्स हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। मेटा के स्वामित्व वाले मैसेजिंग प्लेटफार्म ने नया सिक्योरिटी फीचर पासकी (Passkey) जारी कर दिया है। हालांकि, इस फीचर को केवल आईफोन यूजर्स के लिए ही जारी किया गया है। बता दें कि मेटा के स्वामित्व वाले प्लेटफार्म ने पहली बार जनवरी 2024 में पास-की पर काम करना शुरू किया था।

iPhone यूजर्स के लिए हुआ रोल आउट

व्हाट्सएप ने नए सिक्योरिटी फीचर को रोलआउट करने की जानकारी एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए दी है। सोशल मीडिया कंपनी ने कहा कि यूजर्स अब फेस आईडी, टच आईडी और पासकोड का उपयोग करके अपने अकाउंट में लॉग इन कर सकेंगे। हालांकि कंपनी ने यह नहीं कहा कि सपोर्ट सिर्फ iOS वर्जन के लिए जारी किया गया है। लेकिन पहले की एक रिपोर्ट में पाया गया था कि यह सुविधा iOS 17 और बाद के वर्जन पर सपोर्ट करती है। इसका मतलब है कि iPhone XR मॉडल या नए मॉडल वाले यूजर्स अपने अकाउंट के लिए पासकी सेट कर सकेंगे।

क्या है पासकी (Passkey) फीचर?

पासकी एक वैकल्पिक लॉगिन ऑथेंटिकेशन मैथड है, जो SMS कोड जैसे पारंपरिक तरीकों की तुलना में बेहतर सिक्योर होता है। FIDO एलायंस द्वारा डिजाइन किया गया और Apple, Google और Microsoft जैसे टेक दिग्गज कंपनियां इसका (पब्लिक की क्रिप्टोग्राफी) उपयोग करती हैं। पास-की में कीज के दो सेट बनाए जाते हैं, जिसमें से एक प्लेटफार्म के क्लाउड पर स्टोर होता है जबकि दूसरा यूजर के पास रहता है।
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