Grishneshwar Jyotirlinga Temple: औरंगाबाद में है 3,000 साल पुराना घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाशिवरात्रि के दिन लगती है भक्तों की भीड़
Grishneshwar Jyotirlinga Temple in Maharashtra Best Time to Visit, Timings, Nearby Places: तीर्थयात्रियों का मानना है कि घृष्णेश्वर मंदिरकी यात्रा करने से सभी 12 ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। आज महाशिवरात्रि पर आप यहां आ सकते हैं।
Grishneshwar Jyotirlinga Temple: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में है 3000 साल पुराना घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग।
फ्लाइट से कैसे पहुंचे घृष्णेश्वर मंदिर (How to reach Grishneshwar Jyotirlinga by Flight)
घृष्णेश्वर मंदिर के सबसे पास वाला एयरपोर्ट औरंगाबाद में है। यहां से दिल्ली, मुंबई, जयपुर और उदयपुर से नियमित उड़ानें हैं। आप फ्लाइट से उतरने के बाद प्राइवेट टैक्सी लेकर आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं।ट्रेन से कैसे पहुंचे घृष्णेश्वर मंदिर (How to reach Grishneshwar Jyotirlinga by Train)
घृष्णेश्वर मंदिर के सबसे पास वाला रेलवे स्टेशन औरंगाबाद रेलवे स्टेशन है। इसके अलावा मनमाड रेलवे स्टेशन भी पास में है और वह भी बेहतर तरीके से देश के बाकी राज्यों से जुड़ा हुआ है। अगर आप मंदिर आने की सोच रहे हैं तो आप कभी भी ट्रेन के माध्यम से यहां पहुंच सकते हैं।सड़क के रास्ते कैसे पहुंचे घृष्णेश्वर मंदिर (How to reach Grishneshwar Jyotirlinga by Road)
अब बात अगर सड़क के रास्ते की करें तो औरंगाबाद शहर देश के अधिकांश शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप अपनी कार, प्राइवेट टैक्सी और प्राइवेट या सरकारी बस के माध्यम से यहां आसानी से पहुंच पाएंगे। यहां स्थानीय परिवहन आसानी से उपलब्ध है।घृष्णेश्वर मंदिर खुलने का समय (Ghrishneshwar Temple Opening Timings)
घृष्णेश्वर मंदिर सुबह 5:30 बजे खुलता है और शाम को 9:30 बजे बंद हो जाता है। श्रावण माह के दौरान मंदिर प्रात 3:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक खुला रहता है। दोपहर में पूजा का समय 1 से 1:30 बजे का है। इस दौरान मंदिर में विभिन्न अनुष्ठान भी किए जाते हैं। भक्त दोपहर और शाम की आरती जैसे अनुष्ठानों का हिस्सा बन सकते हैं, जिसमें मंगल आरती प्रात 4 बजे, जलहरी संघन सुबह 8 बजे, महाप्रसाद दोपहर 12 बजे, जलहरी सागन शाम 4 बजे, संध्या आरती 7:30 बजे, रात्रि आरती 10 बजे होती है।घृष्णेश्वर मंदिर में मनाए जाने वाले प्रसिद्ध त्योहार (Famous festivals celebrated in Ghrishneshwar Temple)
घृष्णेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि यहां मनाया जाने वाला एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। इसके अलावा गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दुर्गा पूजा में भी यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। घृष्णेश्वर मंदिर साल के सभी 365 दिन खुला रहता है। घृष्णेश्वर मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।घृष्णेश्वर मंदिर के आसपास रहने और खाने की व्यवस्था (Accommodation and food arrangements around Ghrishneshwar Temple)
घृष्णेश्वर मंदिर वेरुल नाम के एक छोटे से गांव में स्थित है और आसपास रहने के अधिक ऑप्शन उपलब्ध नहीं हैं। भक्त आमतौर पर या तो दौलताबाद या औरंगाबाद में रुकते हैं, जहां रुकने के ऑप्शन ज्यादा हैं। यहां आकर आप अपने बजट के मुताबिक कमरा बुक कर सकते हैं। वहीं अगर बात खाने की करें तो यहां आकर भक्त मंदिर में दिए जाने वाले निःशुल्क दोपहर के भोजन में भाग लेते हैं। वेरुल में रेस्टोरेंट के ज्यादा ऑप्शन नहीं हैं। हालांकि औरंगाबाद में कई अच्छे रेस्टोरेंट मिल सकते हैं, जहां आपको खाने के कई सारे ऑप्शन मिलेंगे।घृष्णेश्वर मंदिर के आसपास घूमने की जगहें (Places To Visit Around Ghrishneshwar Temple)
घृष्णेश्वर मंदिर के आसपास घूमने की कई सारी जगहें हैं, जिनमें एलोरा की गुफाएं, भद्रा मारुति मंदिर, औंधा नागनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर, परली वैजनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर आदि हैं। यहां आने पर आपके देखने के लिए सबसे ज्यादा मंदिर ही मिलेंगे।पहाड़ से हूं, इसलिए घूमने फिरने का शौक है। दिल्ली-नोएडा से ज्यादा उत्तराखंड में ही मन लगता है। कई मीडिया संस्थानों से मेरी करियर यात्रा गुजरी है और मई...और देखें
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