Surajkund Mela 2025: सूरजकुंड मेला 2025 कब से शुरू होगा, कहां से कितने की मिलेगी टिकट, जानें सबसे बड़े शिल्‍प मेले के बारे में सब कुछ

Surajkund Mela 2025 Date and Ticket: हरियाणवी संस्कृति और शिल्पकारों की पहचान के लिए 38 साल पहले फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले की शुरुआत हुई थी, आज दुनिया भर में इस मेले की चर्चा रहती है। फरवरी के महीने में लगने वाले इस खास मेले में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। अगर आपको भी भारत की सांस्कृतिक विविधता आकर्षित करती है, तो ये सूरजकुंड का मेला आपके लिए ही है। आइए हम बताते हैं सूरजकुंड मेला 2025 की थीम, सूरजकुंड मेला कैसे पहुंचें और टिकट से जुड़ी सारी जानकारियां।

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Surajkund Mela 2025 Date and Ticket: हरियाणा के फरीदाबाद में फरवरी के पहले पखवाड़े में लगता है, विश्व प्रसिद्ध सूरजकुंड मेला। इस अंतरराष्ट्रीय मेले का यह 38वां साल होगा। पहली बार सूरजरकुंड मेला 1987 में लगा था। इस मेले में हरियाणवी संस्कृति की खास विरासत तो दिखती ही है लेकिन इसको खास बनाती है इसकी थीम। ये शिल्प कला यानी क्राफ्ट पर आधारित होती है। इंटरनेशनल स्तर के इस मेले के पास दुनिया का सबसे बड़ा शिल्प मेला होने का तमगा है। इसमें ढोल-नगाड़ों की आवाजों के बीच हरियाणा समेत पूरे भारत की लोक परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत की उम्दा झलक देखने को मिलती है।

Surajkund Mela 2025 Dates

इस बार सूरजकुंड मेला 7 फरवरी से लग रहा है, जो 23 फरवरी तक चलेगा। अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट कैलेंडर में अहम स्थान रखने वाले इस मेले के दौरान दस लाख से अधिक पर्यटक आते हैं, जिसमें अच्छी-खासी संख्या में विदेशी टूरिस्ट भी होते हैं। शिल्प में अगर रुचि रखते हैं तो हम आपको बताते हैं इससे जुड़ी सारी जानकारियां।

Surajkund Mela 2025 Theme States

इस बार सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में उड़ीसा व मध्यप्रदेश थीम स्टेट हैं और बिम्सटेक, बांग्लादेश, भूटान, इंडिया, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका व थाईलैंड जैसे देश भागीदार हैं। मेले का कल्चरल पार्टनर नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन है, साथ ही इस बार टिकटिंग पार्टनर दिल्ली मेट्रो रहने वाला है। इस साल यह मेला महाकुंभ की तर्ज पर शिल्प महाकुंभ के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें विश्व भर के शिल्पकार अपने क्राफ्ट का प्रदर्शन करेंगे।

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