ठीक ठाक सैलरी के बाद भी नहीं कर पाते सेविंग? बैंक अकाउंट का ये फीचर करेगा आपकी मदद

पैसे बचाना एक कला होती है और यह कला हर किसी को नहीं आती। बहुत से लोगों के पास पैसे बचाने की कला होती है और वह अपनी सैलरी में से पैसे बचा लेते हैं। वहीं दूसरी तरफ बहुत से लोग ठीक-ठीक सैलरी के बावजूद भी पैसे नहीं बचा पाते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए बैंक अकाउंट में ऑटो-स्वीप नाम का फंक्शन दिया जाता है। आइये आपको बताते हैं कि ऑटो-स्वीप फंक्शन क्या है, यह किस तरह से काम करता है और इसका इस्तेमाल करके आप पैसे किस तरह से बचा सकते हैं?

इस फंक्शन का इस्तेमाल कर बचाएं अपने पैसे

Bank Account Auto Sweep Function: आपने बड़े बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा कि पैसे बचाना एक कला है और यह कला हर किसी को नहीं आती। पैसे कमाने के साथ-साथ आने वाले समय के लिए पैसे बचाना और उन्हें सही जगह इन्वेस्ट करना भी बहुत जरूरी है। बहुत से लोग ठीक-ठाक कमाई होने के बावजूद भी पैसे नहीं बचा पाते हैं। क्या आप भी एक ऐसा तरीका खोज रहे हैं जिससे आप अपने पैसों को न सिर्फ बचा सकें बल्कि उन्हें इन्वेस्ट भी कर सकें? ज्यादातर बैंक अपने कस्टमर्स को ऑटो स्वीप फंक्शन प्रदान करते हैं। इस फंक्शन का इस्तेमाल करके आप अपने पैसों को बचा सकते हैं और इन्वेस्ट भी कर सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे?

क्या होता है ऑटो-स्वीप फंक्शन?ऑटो-स्वीप फैसिलिटी आपको बैंक ही प्रदान करते हैं और आमतौर पर आपको इस फैसिलिटी के लिए किसी प्रकार की कोई फीस भी नहीं देनी होती है। ऑटो स्वीप फैसिलिटी आपके बैंक अकाउंट को फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) अकाउंट से जोड़ देती है। ऑटो स्वीप फैसिलिटी में बैंक आपके खाते पर एक लिमिट लगा देता है। जैसे आपके अकाउंट में मौजूद बैलेंस इस लिमिट के पार जाता है, आपके खाते से बैलेंस कट जाता है और सीधा आपके FD अकाउंट में ट्रान्सफर कर दिया जाता है।

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