अब हर बैंक खाते और लॉकर का होगा नॉमिनी,सरकार की है बड़ी तैयारी

Banks To Ensure Nominee of Every Account And Locker: देश में 10 करोड़ से ज्यादा ऐसे बैंक अकाउंट हैं, जिनमें 35 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बिना दावों की रकम जमा (Unclaimed Deposit) है। इसकी एक बड़ी वजह है कि ज्यादातर अकाउंट मे नॉमिनी का नाम मौजूद नहीं है। ऐसे में अगर सभी अकाउंट में नॉमिनी लिंक होंगे। तो बैंकों के लिए बिना दावों वाली राशि को उत्तराधिकारी को देना होगा।

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अब हर लॉकर का होगा नॉमिनी

Banks To Ensure Nominee of Every Account And Locker: अब देश के हर बैंक खाते और लॉकर का नॉमिनी होगा। इसको लेकर वित्त मंत्रालय ने बड़ी तैयार कर ली है। इस संबंध में जल्द ही सरकारी बैंक और प्राइवेट जल्द ही कैंपेन चला सकते हैं। इसके लिए वित्त मंत्रालय ने आरबीआई और बैंकों से बातचीत भी कर चुका है। वित्त मंत्रालय इस कदम के जरिए देश भर में पड़े बिना दावों को रकम को खत्म करना चाहता है। साथ ही जो लॉकर बिना यूज के कस्टमर के नाम अलॉट हैं, उन्हें भी क्लीयर करना चाहता है।

कानूनी विवाद में आएगी कमी, सही व्यक्ति को मिलेगा पैसा

देश में 10 करोड़ से ज्यादा ऐसे बैंक अकाउंट हैं, जिनमें 35 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बिना दावों की राशि जमा (Unclaimed Deposit) है। इसकी एक बड़ी वजह है कि ज्यादातर अकाउंट मे नॉमिनी का नाम मौजूद नहीं है। ऐसे में अगर सभी अकाउंट में नॉमिनी लिंक होंगे। तो बैंकों के लिए बिना दावों वाली राशि को उत्तराधिकारी को देना होगा। इसके अलावा कानूनी विवाद में कमी आएगी। क्योंकि नॉमिनी नहीं होने पर खाताधारक के कई दावेदार भी कई बार आ जाते हैं। और बैंको को कानूनी लड़ाई में फंसना पड़ता है। इसी तरह लॉकर को लेकर भी समस्या खड़ी होती है।

एक जून से आरबीआई चला रहा है विशेष अभियान

आरबीआई की पहल पर जून से बैंक 100 दिन का स्पेशल अभियान चला रहे हैं। इसके तहत बैंकों अपने पास पड़े बिना दावे वाले डिपॉजिट्स के वारिस को खोजेंगे। और उन लोगों को उस पैसे को लौटाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए RBI ने बैंकों के लिए ‘100 Days 100 Pays’ कैंपन की घोषणा की है। असल में बैंकों में ऐसी रकम जिस पर 10 साल से अधिक समय से कोई दावा नहीं किया गया है, वह अनक्लेम्ड डिपॉजिट्स (Unclaimed Deposits) कहलाती है।

सभी बैंकों की वेबसाइट पर अनक्लेम डिपॉजिट को चेक करने का विकल्प होता है। वहां पर जाकर कोई भी व्यक्ति अपना नाम चेक कर सकता है। इसके अलावा अगर उसके माता-पिता का अकाउंट हैं तो भी उसकी डिटेल पता चल सकती है। हालांकि माता-पिता के अकाउंट की राशि तभी ली जा सकती है, जब क्लेम करने वाला नॉमिनी हो और मूल खाताधारक की मृ्त्यु हो चुकी है। खाते का पता चलने के बाद बैंक ब्रांच जाकर जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद रकम ली जा सकती है।

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