How To Change Name Legally: भारत में इतना आसान नहीं है नाम चेंज कराना, करने पड़ते हैं ये सारे काम

क्या आप भी अपना नाम बदलवाने के बारे में विचार कर रहे हैं? अगर हां, तो आपको बता दें कि भारत में नाम बदलवाने के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। आइए जानते हैं यह कानूनी प्रक्रिया क्या है औरअपना नाम बदलवाने के लिए आपको किस तरह इसका पालन करना चाहिए।

भारत में क्या है नाम बदलवाने की कानूनी प्रक्रिया

How To Change Name Legally: नाम बदलना काफी मुश्किल और लंबी प्रक्रिया है। भारत में नाम बदलवाने के लिए आपको पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है और यह बहुत जरूरी है कि आप इस पूरी प्रक्रिया का पालन सही रूप में और सही क्रम में करें। दरअसल नाम बदलवाने के बाद जरूरी होता है कि सभी सरकारी संस्थाएं आपके नाम बदलने को मान्यता प्रदान करें। अगर आप भी अपना नाम बदलवाने के बारे में विचार कर रहे हैं तो यह जरूरी है कि आप इस प्रक्रिया के बारे में अच्छी तरह जान लें। भारत में ऐसे बदलवाएं अपना नाम:

कारण है जरूरीनाम बदलने से पहले यह बहुत ही ज्यादा जरूरी है कि आप सही कारण की पहचान कर लें। अक्सर शादी, तलाक या फिर धर्म बदलने की स्थिति में ही नाम परिवर्तन की जरूरत पड़ती है। आप नाम बदलने से पहले यह तय कर लें कि नाम बदलने के लिए आपका कारण सही हो। कारण पता होने से आगे की कानूनी कार्यवाही भी काफी आसान हो जाती है।

एक एफिडेविट करें फाइलइसके बाद अपना कारण बताते हुए नाम बदलवाने के लिए एक एफिडेविट तैयार करवाएं। एफिडेविट एक कानूनी डॉक्यूमेंट होता है और इसका इस्तेमाल शपथ के तहत फैक्ट्स बताना होता है। एफिडेविट में आवेदक का नाम, नया नाम और नाम बदलने का कारण मौजूद होना चाहिए।

सरकारी राजपत्र में दें जानकारीइसके बाद नाम बदलवाने के लिए आपको भारतीय सरकारी राजपत्र में सूचना जारी करवाना होता है। इसे ‘गजेट ऑफ इंडिया’ के नाम से जाना जाता है। इस राजपत्र में सरकार द्वारा आधिकारिक जानकारी जारी की जाती है।

नाम बदलने का विलेखइसके बाद आपको एक अन्य कानूनी डॉक्यूमेंट के लिए अप्लाई करना होता है और इसे नाम बदलने के लिए विलेख या फिर ‘नेम चेंज डीड’ भी कहा जाता है। बाद में सभी संबंधित संस्थाओं को यह कागजात जारी किया जाता है। संबंधित संस्थाओं में पासपोर्ट ऑफिस, बैंक और अन्य सरकारी संस्थाएं भी शामिल होती हैं।

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