Credit Card Rules: एक्सिस और HDFC बैंक के ग्राहक ध्यान दें, क्रेड, Paytm और फोनपे से अब क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भर पाएंगे

New Credit Card Rules Latest Updates in Hindi: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि के रीपेमेंट में बदलाव किया है। इन बैंकों ने भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) प्लेटफॉर्म पर खुद को रजिस्टर नहीं किया है। इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों ने ईटी को बताया कि फिनटेक लेनदेन की मात्रा में गिरावट के बारे में चिंतित हैं। क्रेडिट कार्ड के नियमों में हो रहे बदलाव, जानिए क्या-क्या होगा असर

Credit Card New Rule
New Credit Card Rules: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि के रीपेमेंट में बदलाव किया है। ये बदलाव एक जुलाई से प्रभावी हो गए हैं। केंद्रीय बैंक के अनुसार, थर्ड पार्टी एप्लिकेशन के जरिए सभी क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) के माध्यम से किए जाने चाहिए। इसका प्रबंधन भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा किया जाता है। यह बदलाव इसलिए किया गया है क्योंकि ये बैंकिंग संस्थान भारत बिल पेमेंट सिस्टम के प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत नहीं हैं। इस वजह से एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक जैसे प्रमुख बैंकों के क्रेडिट कार्ड वाले ग्राहकों के पास अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान करने के लिए CRED, PhonePe, Amazon Pay और Paytm जैसे थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन का उपयोग करने का विकल्प नहीं होगा।

थर्ड पार्टी ऐप

दरअसल, इन बैंकों ने भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) प्लेटफॉर्म पर खुद को रजिस्टर नहीं किया है। इसका मतलब यह है कि ग्राहकों को अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान वैकल्पिक चैनलों या सीधे बैंकों के अपने प्लेटफॉर्म के जरिए करना होगा। क्रेड, फोनपे और बिलडेस्क जैसे फिनटेक बिजनेस वाले थर्ड पार्टी ऐप के कारोबार को इससे नुकसान पहुंच सकता है। क्योंकि इन ऐप्स के जरिए पेमेंट में गिरावट आ सकती है।

ग्राहकों की भारी संख्या

इकोनॉमिक टाइम्स ने जून 2024 की एक न्यूज रिपोर्ट में कहा था कि एचडीएफसी बैंक, जिसके पास 20 मिलियन क्रेडिट कार्ड हैं और एक्सिस बैंक के पास 14 मिलियन क्रेडिट कार्ड के ग्राहक हैं। इन दोनों बैंकों ने अभी तक भारत बिल पेमेंट सिस्टम को (BBPS) एक्टिव नहीं किया है। इस तरह फोनपे जैसे गैर-अनुपालन लेंडर्स को अब उनके या किसी अन्य बीबीपीएस सदस्य प्लेटफॉर्म के लिए कार्ड की बकाया राशि को संभालने की अनुमति नहीं होगी।

कार्डहोल्डर्स के पास क्या है ऑप्शन

इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों ने ईटी को बताया कि फिनटेक लेनदेन की मात्रा में गिरावट के बारे में चिंतित हैं। क्रेडिट कार्डधारकों के पास अपने मंथली बिलों का भुगतान करने के लिए तीन विकल्प हैं। ऑटो-डेबिट रिक्वायरमेंट, नेटबैंकिंग (एनईएफटी या आईएमपीएस), और थर्ड पार्टी ऐप। इसमें से थर्ड पार्टी ऐप से पेमेंट बंद हो चुका है और सिर्फ पहले दो ऑप्शन बचे हैं।
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