Delhi Pollution: दिल्ली में लगा मिनी लॉकडाउन, प्रदूषण से निपटने के लिए लोग 8000 रु में खरीद रहे हैं ये प्रोडक्ट

दिल्ली में प्रदूषण इमरजेंसी स्तर पर पहुंच गया है। इससे निपटने के लिए कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने GRAP के चौथे और अंतिम चरण को भी लागू कर दिया है।

दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए लोग खर्च कर रहे हैं 8000 रु!

नई दिल्ली। कभी लग्जरी उत्पाद माना जाने वाला एयर प्यूरीफायर (Air Purifier) अब एक जरूरत बन गया है। प्रदूषण (Pollution) के 'गंभीर' स्तर पर पहुंचने के साथ दिल्ली में एयर प्यूरीफायर की बिक्री तेज हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार को सुबह नौ बजकर 30 मिनट पर 426 था। एक्यूआई यदि 400 से अधिक हो, तो उसे ‘गंभीर’ माना जाता है और यह स्वस्थ लोगों की सेहत पर प्रतिकूल असर डाल सकता है और पहले से बीमार व्यक्तियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

घर के अंदर और बाहर, दोनों जगह बढ़ा प्रदूषण

ऐसे हालात में राष्ट्रीय राजधानी में दिवाली (Diwali) के बाद से एयर प्यूरीफायर की मांग बढ़ी है। ओ2 क्योर के संस्थापक और जेको एयरकॉन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कार्तिक सिंघल ने कहा, ‘‘भारत में वायु गुणवत्ता कई वजहों से बिगड़ रही है - शहरों में औद्योगिक विस्तार, जनसंख्या घनत्व, गलत कचरा प्रबंधन, फसल जलाना, वाहनों के इस्तेमाल में वृद्धि और कुछ प्राकृतिक कारण।’’ उन्होंने कहा कि घर के अंदर और बाहर, दोनों जगह वायु प्रदूषण (Delhi Pollution) बढ़ा है।

End Of Feed