Mutual Funds: 1-2 नहीं पूरे 6 तरह की होती है SIP, जानें आपके लिए कौन सी रहेगी बेस्ट
Mutual Funds SIP: पिछले कुछ सालों के दौरान SIP, एक प्रमुख इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के रूप में लोगों के सामने आया है। कहीं भी इन्वेस्ट करने से पहले उस ऑप्शन से संबंधित महत्त्वपूर्ण चीजों के बारे में जान लेना चाहिए। अगर आप भी हाल-फिलहाल में SIP में इन्वेस्ट करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिये कि SIP कितने प्रकार की होती हैं और आपके लिए कौन सा ऑप्शन सही रहेगा।
1-2 नहीं पूरे 6 तरह की होती है SIP
Mutual Funds SIP: पिछले कुछ सालों के दौरान SIP एक महत्त्वपूर्ण इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के रूप में लोगों के सामने आया है और लोग इसमें बढ़-चढ़कर इन्वेस्ट कर रहे हैं। अगर आप भी हाल-फिलहाल में SIP में इन्वेस्ट करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आपको विभिन्न प्रकार की SIPs और उनके फायदों के बारे में जान लेना चाहिए। कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले उस ऑप्शन के बारे में अच्छी तरह जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। आज हम यहां आपको विभिन्न प्रकार की SIPs और उनके फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। किसी भी SIP के प्रकार के बारे में समझकर आप यह जान सकते हैं कि आपके लिए ज्यादा फायदेमंद कौन सा ऑप्शन साबित होगा।
रेगुलर SIP
यह SIP का सबसे प्रचलित और आम प्रकार है। इस तरह की SIP में आप हर महीने एक निश्चित रकम इन्वेस्ट कर सकते हैं। आप अपनी सहूलियत के अनुसार मासिक, तिमाही या छमाही के आधार पर भी इस तरह के प्लान के माध्यम से इन्वेस्ट कर सकते हैं। इस तरह की SIP में निवेश करने की रकम, तारीख और प्लान की अवधि जैसे फैक्टर्स पहले से ही तय होते हैं और इसीलिए यह आम लोगों के बीच काफी पॉपुलर है।
टॉप अप/स्टेप-अप SIP
टॉप अप या स्टेप-अप SIP ऐसी SIP को कहा जाता है जिसमें एक निश्चित समय के बाद इन्वेस्टर अपने निवेश को बढ़ा सकता है। मान लीजिये कि हर साल आपकी कमाई बढ़ रही है और बढ़ा हुआ हिस्सा आप SIP में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, ऐसे में यह ऑप्शन आपके लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। आप अपनी निवेश की रकम में 5%, 10% या अपनी इच्छानुसार कितनी भी प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर सकते हैं।
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फ्लेक्सिबल SIP
जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि इस प्रकार की SIP इन्वेस्टर को ज्यादा लचीलापन देती है और इन्वेस्टर के लिए ज्यादा सुविधाजनक होती है। इस तरह की SIP में इन्वेस्ट की जाने वाली रकम को आप अपने बजट और अपनी जरूरत के हिसाब से घटा-बढ़ा सकते हैं। मान लीजिये कि किसी महीने आपके पास अतिरिक्त पैसे बचे हुए हैं तो आप उस महीने अपनी इन्वेस्टमेंट को बढ़ा सकते हैं। इसी तरह अगर आप किसी महीने ज्यादा पैसे खर्च कर देते हैं तो आप अपनी इन्वेस्टमेंट को घटा भी सकते हैं। मार्केट की चाल के अनुसार भी आप अपनी इन्वेस्टमेंट की रकम को घटा या बढ़ा सकते हैं।
पर्पेचुअल SIP
अगर आप अपनी SIP को बार-बार रिन्यू करवाना नहीं चाहते और लंबे समय तक SIP में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो यह ऑप्शन आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। पर्पेचुअल SIP ऐसे यूजर्स के लिए एक अच्चा ऑप्शन है जो लंबे समय तक इन्वेस्ट करना चाहते हैं लेकिन बार-बार प्लान के रिन्युअल आदि के बारे में सोचना नहीं चाहते हैं।
इंश्योरेंस वाली SIP
अगर आपको SIP में इन्वेस्ट करने के साथ-साथ टर्म इंश्योरेंस का लाभ भी प्राप्त करना है तो यह ऑप्शन आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि टर्म इंश्योरेंस का लाभ देने वाली SIP का ऑप्शन आपको सिर्फ इक्विटी म्यूचुअल फंड में ही मिलता है। विभिन्न फंड हाउस द्वारा इन्वेस्टर्स को उनकी SIP की पहली रकम का 10 गुना जितना अमाउंट भी इंश्योरेंस के रूप में ऑफर किया जाता है। समय के साथ-साथ SIP की रकम बढ़ती है तो इंश्योरेंस का अमाउंट भी बढ़ता जाता है।
ट्रिगर SIP
मान लीजिये आपको मार्केट की गहरी समझ है और मार्केट के चढ़ने या उतरने पर आपको SIP के जरिये इसका फायदा उठाना है। ऐसे इन्वेस्टर्स के लिए ये ऑप्शन बहुत ही अच्छा साबित हो सकता है। इस तरह के ऑप्शन के माध्यम से आप तय कर सकते हैं कि SIP कब ट्रिगर होगी और स्टॉक की वैल्यूएशन, समय और अन्य कारकों के आधार पर तय करके अपने पैसे को सही समय पर इन्वेस्ट कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: टाइम्स नाउ नवभारत द्वारा ऊपर बताये गए SIP के प्रकारों में से किसी भी प्रकार की पुष्टि कमाई के बेहतर ऑप्शन के तौर पर नहीं की गई है। यहां सिर्फ विभिन्न प्रकारों के फायदों और सुविधाओं के बारे में बताया गया है। इस लेख के आधार पर इन्वेस्टमेंट संबंधित कोई भी फैसला न लें। इन्वेस्टमेंट करने से पहले वित्तीय एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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Pawan Mishra author
पवन कुमार मिश्रा Timesnowhindi.com के साथ फरवरी 2024 से बतौर सीनियर कॉपी एडिटर के रूप में जुड़े हैं। ...और देखें
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