EPFO Fixes Interest Rate: PF पर बढ़ा ब्याज, EPFO ने 6 करोड़ से अधिक लोगों को दिया तोहफा, मिलेगा इतना फायदा
EPFO Fixes Interest Rate on PF: पिछले साल 28 मार्च को ईपीएओ ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खातों पर 8.15 फीसदी ब्याज देने की घोषणा की थी।
EPFO Fixes Interest Rate on PF: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) छह करोड़ से अधिक पीएफ खाताधारकों को बड़ा तोहफा दिया है। ईपीएफओ ने 2023-24 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर में इजाफा किया है। ईपीएफओ के सब्सक्राइबर्स को वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भविष्य निधि पर 8.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ की ब्याज दर 8.15 फीसदी तय की गई थी। 2021-22 में यह दर 8.10 फीसदी थी।
केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक में फैसला
समाचार एजेंसी पीटीआई ने शनिवार को बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFP) के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) ने 2023-24 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खातों के लिए 8.25 फीसदी की ब्याज दर तय की है।
सरकार द्वारा संचालित रिटायरमेंट फंड से 6 करोड़ से अधिक ग्राहक जुड़े हैं। केंद्रीय वित्त मंत्रालय अनुशंसित दर पर विचार करने के बाद अंतिम ब्याज दर अधिसूचित करता है। कर्मचारी भविष्य निधि खाते पर ब्याज साल में केवल एक बार, संबंधित वित्तीय वर्ष के 31 मार्च को मिलता है। हालांकि, इसकी गणना मासिक आधार पर की जाती है।
वित्त वर्ष 2022-23 में वितरण के लिए 90,497.57 करोड़ रुपये नेट इनकम उपलब्ध थी और सदस्यों के खातों में ब्याज डाले जाने के बाद 663.91 करोड़ रुपये के शेष का अनुमान लगाया गया था।
कर्मचारी का योगदान
कर्मचारी भविष्य निधि 20 या उससे अधिक कर्मचारियों वाले संगठनों में वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए एक अनिवार्य योगदान है। ईपीएफ और एमपी अधिनियम के तहत, एक कर्मचारी मासिक आधार पर अपने वेतन का 12 फीसदी ईपीएफ खाते में जमा करता हैऔर नियोक्ता द्वारा भी उतना ही योगदान किया जाता है।
2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता संभालने के बाद से, ईपीएफ ब्याज दर 8.10% और 8.80% के बीच रही है।
- 2014-15 8.75%
- 2015-16 8.80%
- 2016-17 8.65%
- 2017-18 8.55%
- 2018-19 8.65%
- 2019-20 8.50%
- 2020-21 8.50%
- 2021-22 8.10%
- 2022-23 8.15%
- 2023-24 8.25%
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