टेलीग्राम पर ट्रेडिंग का लालच देकर की पूर्व एयर फोर्स अफसर से की थी ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
फरवरी 2024 में भारतीय एयरफोर्स से रिटायर्ड 82 वर्षीय जयप्रकाश टांक साइबर ठगी का शिकार हो गए थे। हाल ही में गुड़गांव पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है और भारतीय एयरफोर्स अफसर से ठगे गए 1.3 करोड रुपए उन्हें वापस मिल चुके हैं। इस धोखाधड़ी में बैंक के स्टाफ के शामिल होने की बात भी सामने आई है और उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर की पूर्व भारतीय एयर फोर्स से ठगी
Cyber Crime: दुनिया काफी तेजी से डिजिटलाइजेशन की तरफ दौड़ रही है। एडवांस होती टेक्नोलॉजी की बदौलत एक तरफ जहां जीवन काफी आसान हो गया है वहीं इसी टेक्नोलॉजी का शिकार बनने के मामलों में भी इजाफा हुआ है। इस साल फरवरी में एयर फोर्स से रिटायर्ड 82 वर्षीय जयप्रकाश टांक साइबर ठगी का शिकार हो गए थे और उनके अकाउंट से 1.3 करोड़ रुपए गायब हो गए थे। गायब हुए पैसों को खोजते हुए गुड़गांव पुलिस ने आखिरकार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 82 वर्षीय जयप्रकाश टांक को उनके पैसे वापस दिए जा चुके हैं। इस मामले में बैंक के कर्मचारियों के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है और उन्हें भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस तरह गायब हुए थे पैसेफरवरी में गुड़गांव के DLF-2 में रहने वाले भारतीय एयर फोर्स के रिटायर्ड अफसर जयप्रकाश टांक ने साइबर क्राइम पूर्वी पुलिस थाने में 1.3 करोड रुपए की ठगी होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। जयप्रकाश टांक ने शिकायत में यह भी बताया था कि स्टॉक ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करके ज्यादा रिटर्न कमाने का लालच देकर उनसे यह ठगी की गई थी। एयर फोर्स से रिटायर्ड अफसर को जब तक यह समझ आया कि उनके साथ ठगी हुई है, तब तक उनके अकाउंट से पैसे गायब हो चुके थे।
पुलिस ने किया शानदार कामजयप्रकाश टांक के अकाउंट से यह पैसा बहुत से बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया गया था और इस मामले में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने दिल्ली के रोहिणी में मौजूद यस बैंक में काम करने वाले दो कर्मचारियों को भी अरेस्ट किया है। यह कर्मचारी साइबर ठगों को डेटा प्रदान करते थे और बदले में उनसे कमीशन लेते थे। आरोपियों ने टेलीग्राम पर एक ग्रुप बना रखा था इस ग्रुप के माध्यम से वह लोगों को स्टॉक ट्रेडिंग में इनवेस्टमेंट कर जबरदस्त रिटर्न प्राप्त करने का लालच देकर उनसे धोखाधड़ी करते थे।
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