AC Replacement: आठ साल पुराना AC कर रहे हैं इस्तेमाल, जानें सरकार बदलने की क्यों दे रही सलाह

AC Replacement: भारत सरकार ने 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन के जरिए 500 गीगावॉट ऊर्जा क्षमता तक पहुंचना है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से कम से कम आधी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना और कार्बन उत्सर्जन को 1 बिलियन टन कम करना है।

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जानें कब है एसी बदलने का टाइम

AC Replacement: अगर आपके घर में 8 साल से अधिक पुराना एयर कंडीशनर है, तो उसे बदलने की जरूरत है। इस बात का सुझाव बिजली मंत्रालय के तहत आने वाले ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने दिया है। उसके अनुसार ऐसा कर बिजली बिल की बचत होगी, बल्कि 2030-31 तक कार्बन उत्सर्जन में कमी भी लाई जा सकेगी। इसके लिए सरकार ने कंपनियों को ज्यादार किफायती और कम खपत वाले एयरकंडीशनर के उत्पादन पर जोर देने को कहा है। असल में सरकार का मानना है कि पुराने एयर कंडीशर से ज्यादा कार्बन उतसर्जन होता है और उसमें कमी लाने के लिए एसी को रिप्लेस करना जरूरी होता जा रहा है।

5 स्टार रेटिंग वाले एसी पर फोकस
बीईई के महानिदेशक अभय बाकरे ने एक कार्यशाला के दौरान किफायती एसी और घरों को ठंडा रखने वाले अन्य उपकरणों (एएचईएडी) के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने बीते सोमवार को आठ साल से अधिक पुराने एयर कंडीशनर को आधुनिक ऊर्जा कुशल उपकरण से बदलने का सुझाव दिया। इस पहल का मकसद 2030-31 तक कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना है।इस कार्यशाला का आयोजन विश्व बैंक के साथ मिलकर उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने किया था।बाकरे ने पुराने (आठ साल से अधिक) एयर कंडीशनरों को आधुनिक और कम बिजली खपत करने वाले (5 स्टार) एसी से बदलने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे 2030-31 तक कार्बन उत्सर्जन में पर्याप्त कमी लायी जा सकेगी।

भारत का क्या है लक्ष्य

असल में भारत सरकार ने 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन के जरिए 500 गीगावॉट ऊर्जा क्षमता तक पहुंचना है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से कम से कम आधी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना और कार्बन उत्सर्जन को 1 बिलियन टन कम करना है। वहीं कार्बन की तीव्रता को 45 प्रतिशत से कम करना; और 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य प्राप्त करना है।
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