घर का नक्शा पास कराने की झंझट होगी खत्म, ऑनलाइन सिस्टम में किए गए ये बड़े बदलाव
House Map: बड़े शहरों में घर बनाने का काम शुरू करने से पहले संबंधित अथॉरिटी से नक्शा पास कराना बहुत जरूरी होता है। अथॉरिटी द्वारा नक्शा पास कराए जाने के बाद लोगों को घर बनाने के समय और घर बनाने के बाद किसी तरह की कोई मुसीबत नहीं आती है।
जीडीए इससे पहले भी अपने सिस्टम में 2 बार बदलाव कर चुकी है
मुख्य बातें
- अथॉरिटी ने ऑनलाइन सिस्टम में किए बड़े बदलाव
- नक्शे के साथ अपलोड करने होंगे सभी जरूरी डॉक्यूमेंट
- पूरे डॉक्यूमेंट नहीं होने की स्थिति में रिजेक्ट हो जाएगी रिक्वेस्ट
House Map: देश के बड़े-बड़े शहरों में नया घर बनाने के लिए नक्शा पास कराना बहुत जरूरी है। अगर आप बिना नक्शा पास कराए घर बनवा लेते हैं तो आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं क्योंकि ऐसे घरों पर नियमों के हिसाब से प्रशासनिक कार्रवाई भी हो सकती है। लोगों को नक्शा पास कराने में बेहतर सुविधा देने के लिए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद प्रशासन अपने ऑनलाइन सिस्टम में बड़ा बदलाव करने वाली है। GDA यानी गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी के इस कदम से शहर में रहने वाले लाखों लोगों की टेंशन खत्म हो जाएगी।
यूपी में आचार संहिता हटने के बाद लागू हो जाएगा नया नियम
उत्तर प्रदेश में आज आए निकाय चुनाव के नतीजों के साथ ही पूरे राज्य में आचार संहिता हट जाएगी। NBT की एक रिपोर्ट के मुताबिक आचार संहिता हटते ही गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी अपने सिस्टम को अपडेट कर नए नियम को लागू कर देगी।
जीडीए ने 3 साल पहले शुरू की थी ऑनलाइन सुविधा
बताते चलें कि जीडीए ने करीब 3 साल पहले ही शहर के लोगों के लिए ऑनलाइन नक्शा पास कराने की सुविधा शुरू की थी। हालांकि, इस सिस्टम में कई तरह की खामियां सामने आने लगीं, जिसके बाद इसमें बदलाव की मांग उठने लगी। जीडीए इससे पहले भी अपने सिस्टम में 2 बार बदलाव कर चुकी है।
डॉक्यूमेंट्स पूरे न हुए तो रिजेक्ट हो जाएगी रिक्वेस्ट
नया सिस्टम शुरू होने के बाद आर्किटेक्ट की तरफ से पोर्टल पर नक्शा अपलोड किया जाएगा। नक्शे के साथ जरूरी एनओसी और बाकी डॉक्यूमेंट्स भी अपलोड करने होंगे। ये सारा काम पूरा होने के बाद नक्शा पास कराने की रिक्वेस्ट जीडीए को मिल जाएगी। जिसके बाद एक तय समय के भीतर आपका काम हो जाएगा। बताते चलें कि अगर नक्शा अपलोड करते वक्त कोई भी जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड नहीं हुआ तो आपकी रिक्वेस्ट वहीं रिजेक्ट कर दी जाएगी।
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सुनील चौरसिया author
मैं सुनील चौरसिया,. मऊ (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला हूं और अभी दिल्ली में रहता हूं। मैं टाइम्स ना...और देखें
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