Ginger Farming: कम लागत में लाखों का मुनाफा, जानें कैसे करें अदरक की खेती, कितना आएगा खर्चा

यदि आप परंपरागत खेती से हटकर कुछ अलग खेती करना चाह रहे हैं, तो आप कम पैसे में अदरक की खेती कर लाखों पैसे कमा सकते हैं। बता दें अदरक का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है। वहीं आयुर्वेद में अदरक का इस्तेमाल औषधि बनाने के लिए भी किया जाता है।

Ginger Farming In India

कैसे करें अदरक की खेती, कितना आएगा कुल खर्चा

मुख्य बातें
  • अदरक की खेती बना देगी आपको मालामाल।
  • अप्रैल से मई का महीना अदरक की बुवाई के लिए माना जाता है सबसे अच्छा।
  • इसके पैदावार में कुल 7 से 8 महीने का समय लगता है।
Ginger Farming In Hindi: राज्य व केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने व आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए किसानों को आधुनिक खेती के प्रति जागरूक किया जा रहा है। देशभर में कृषि को हाइटेक बनाने की कोशिश की जा (Ginger Farming In India) रही है। बता दें खेती जितनी हाइटेक होगी उतनी ही आसान होगी। साथ ही इससे पैदावार भी तेजी से बढ़ेगी। बता दें भारत में खेती का नाम सुनते ही लोगों के जेहन में धान और गेहूं का नाम आता है, लोगों का मानना है कि इसके साथ दलहन और तिलहन की खेती कर अच्छी कमाई की जा (How to get benefits from Ginger) सकती है। लेकिन यहां हम आपको ऐसे फसल के बारे में बताएंगे, जिसकी खेती कर आप कम लागत में मोटा पैसा कमा सकते हैं।
इतना ही नहीं इसके लिए आपको खेती करने के बाद फसल के लिए ज्यादा इंतजार भी नहीं करना होगा। जी हां यह कुछ और नहीं बल्कि हर घर में इस्तेमाल होने वाली अदरक (Ginger) है। अदरक का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है। सर्दियों में अदरक की मांग बाजार में काफी ज्यादा रहती है। इसका इस्तेमाल चाय बनाने से लेकर मासाला तैयार करने के लिए किया जाता है।
साथ ही आयुर्वेद में अदरक का प्रयोग औषधि के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा इससे सोंठ भी बनाई जाती है, जिसका बाजार में अदरक से ज्यादा भाव मिलता है। यह ना केवल मौसमी बीमारियों से निजात दिलाता है बल्कि इसके संक्रमण से दूर रखने में भी मदद (Ginger cultivation) करता है। इसके अलावा अदरक गंभीर बीमारियों के संक्रमण से दूर रखने में कारगार होता है। यदि सही तरीके से अदरक का क्रय विक्रय किया जाए तो किसान इससे लाखों की कमाई कर (How to grow Ginger) सकते हैं। अदरक की पैदावार भी काफी ज्यादा होती है। गन्ने के बाद अदरक ही ऐसी फसल है, जिसका दाम बाजार में अच्छा मिलता है।

How to cultivate Ginger, अदरक की बुवाई कैसे करें

अप्रैल से मई का महीना अदरक की बुवाई के लिए काफी अच्छी माना जाता है। इसके लिए 6.5 से 7.5 पीएच वाली जमीन को बेहतर माना जाता है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो एक हेक्टेयर यानी 3.96 पक्का बीघा में कुल 2 से 3 क्विंटल बीज की जरूरत पड़ेगी। तथा इसके पैदावार में कुल 7 से 8 महीने का समय लगता है। एक हेक्टेयर जमीन में करीब 150 से 200 क्विंटल अदरक निकलता है। इसकी खेती ठीक आलू की तरह की जाती है, बुवाई के बाद अदरक के बीजों को गोबर के खाद व राख से अच्छी तरह ढक दें। साथ ही जहां आप अदरक की खेती करते हैं वहां जल निकासी की भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही अदरक की बुवाई से पहले दो से तीन बार खेत की जुताई अवश्य करवाएं। संभव हो सिंचाई के ड्रिप के माध्यम से करें, इससे बीजों को काफी अच्छे से पानी मिल जाता है और सड़ना का भी खतरा नहीं होता।

बुवाई से लेकर फसल की खुदाई तक कितना खर्चा

अदरक की फसल को तैयार होने में कुल 6 से 7 महीने का समय लगया है। कृषि विशेषज्ञों की मानें 6 से 7 महीनें बाद इसकी खुदाई कर सकते हैं। इसके अलावा आप ज्यादा से ज्यादा जितने दिन अदरक को खेत में रहने देंगे फसल उतनी ही अच्छी तरह तैयार होगी। इसकी खेती बीज से लेकर जुताई, मजदूरी और खुदाई में कुल 75 से 80 हजार रुपये का खर्चा आता है। एक हेक्टेयर भूमि में करीब 50 से 60 हजार रुपये क बीज लग जाता है। हालांकि फसल तैयार होने के बाद इसका अच्छा दाम आपको मिल जाता। सामान्य कीमत की बात की जाए, तो बाजार में अदरक 80 रुपये से कम नहीं होती। ऐसे में किसानों को इससे अच्छी कमाई हो सकती है। एक हेक्टेयर भूमि में कुल 150 से 200 क्विंटल अदरक निकलता है। ऐसे में आप कम लागत व मेहनत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।

कब की जाती है अदरक की खेती

अदरक की खेती के लिए अप्रैल और मई का महीना सबसे अच्छा माना जाता है। वहीं 15 जून से पहले भी इसकी खेती की जा सकती है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो 15 जून के बाद बुवाई करने पर कंद सड़ने का डर बना रहता है। ऐसे में कोशिश करें की मई के अंत से पहले इसकी बुवाई कर लें। संभव हो तो बुवाई से कुछ दिन पहले खेत को गोबर व खाद का छिड़काव करें, इससे मिट्टी अधिक उपजाऊ होती है।
कहां होती है अदरक की खेती
भारत मे अदरक की खेती मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल , असम, केरल, हिमाचल प्रदेश, केरल, उत्तराखंड आदि राज्य में किया जाता है। केरल अदरक की खेती में पहले स्थान पर हैं, यहां अदरक का उत्पादन सबसे ज्यादा किया जाता है।
अदरक से सोंठ बनाकर कमाएं दोगुना मुनाफा
इसके अलावा किसान अदरक से सोंठ बनाकर दोगुना मुनाफा कमा सकते हैं। बाजार में सोंठ के सामान्य कीमत की बात की जाए, तो 150 से 200 रुपये किलो मिलती है। आयुर्वेद में सोंठ का इस्तेमाल औषधि बनाने के लिए किय जाता है। यह सर्दी, खांसी, जुकाम आदि मौसमी बीमारियों के संक्रमण से दूर रखने व इससे निजात दिलाने में कारगार होती है।
कैसे बनाते हैं अदरक से सोंठ
  • सबसे पहले बिना दाग धब्बे वाले अदरक को अलग निकाल कर रख दें।
  • इसके ऊपरी सतह को बांस वाले चाकू से काटकर अलग कर दें।
  • इसे पानी में भिगोकर रख दें, ध्यान रहे इसे कम से 24 घंटे तक पानी में रहने दें।
  • नींबू के पानी में भिगा दें, फिर चूने के घोल में डुबोएं।
  • अब इसे धूप में सूखने के लिए डाल दें।
इसके अलावा मसीन का इस्तेमाल करके भी सोंठ बनाया जाता है। अधिक मात्रा में सोंठ बनाने के लिए आप मसीन का सहारा भी ले सकते हैं। आप थोड़ी मेहनत कर ज्यादा मुनाफा वसूल सकते हैं।
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आदित्य सिंह author

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी अयोध्या का रहने वाला हूं। लिखने-पढ़ने का शौकीन, राजनीति और शिक्षा से जुड़े मुद्दों में विशेष रुचि। साथ ही हेल्...और देखें

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